गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने पोरबंदर के एक मछुआरे को गिरफ्तार किया है, जिस पर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने का आरोप है। अधिकारियों के अनुसार, 21 वर्षीय जतिन चरणिया सोशल मीडिया के माध्यम से भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) की संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान की एक महिला एजेंट को दे रहा था।
गुरुवार को एटीएस ने खुलासा किया कि चरणिया ने तटरक्षक जहाजों और पोरबंदर की जेटी की तस्वीरें और जानकारी पाकिस्तान भेजी थीं। इसके बदले में उसे पाकिस्तानी एजेंट से पैसे भी मिले थे। सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) एसएल चौधरी ने बताया कि चरणिया पर भारतीय दंड संहिता (भादंसं) की धारा 121-ए (सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने की साजिश) और 120-बी (आपराधिक साजिश) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
चौधरी ने बताया कि पूछताछ के दौरान चरणिया ने कबूल किया कि उसने चार महीने पहले अद्विका प्रिंस नामक फेसबुक यूजर से संपर्क किया था, जो वास्तव में पाकिस्तान की महिला ऑपरेटर थी। इस महिला ने चरणिया को तस्वीरें और वीडियो भेजने के बदले यूपीआई के माध्यम से छह हजार रुपये की किश्तें भेजी थीं।
चरणिया की गिरफ्तारी के बाद जांच में पाया गया कि उसने अपने व्हाट्सएप पर 24 घंटे का ऑटो-डिलीट फीचर चालू किया था, जिससे उनकी अधिकांश चैट मिट गई हैं। इन मिटी हुई चैट्स को पुनः प्राप्त करने के लिए फोरेंसिक विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है।
यह मामला तब सामने आया जब एटीएस को चरणिया की संदिग्ध गतिविधियों के बारे में जानकारी मिली। अधिकारियों ने तत्परता दिखाते हुए चरणिया को निगरानी में रखा और उसकी हरकतों का पर्दाफाश किया। इस गिरफ्तारी के साथ, एटीएस ने यह स्पष्ट कर दिया है कि देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना ने एक बार फिर से देश की सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है और तटीय क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी गई है। सरकारी सूत्रों के अनुसार, अब सुरक्षा एजेंसियां सोशल मीडिया पर भी कड़ी नजर रखेंगी ताकि ऐसी किसी भी संदिग्ध गतिविधि को समय रहते रोका जा सके।