मिजोरम में भूस्खलन और बाढ़ से तबाही
पूर्वोत्तर भारत में चक्रवात रेमल के प्रभाव से भारी बारिश और भूस्खलन ने व्यापक तबाही मचाई है। मिजोरम की राजधानी आइजोल के विभिन्न इलाकों में भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग 6 पर यातायात बाधित हो गया और आइजोल का संपर्क देश के अन्य हिस्सों से कट गया। आइजोल जिले के फाल्कन, लुंगसेई और केल्सिह से एक-एक शव बरामद किए गए हैं।
खदान ढहने से 27 की मौत
मिजोरम के बाहरी इलाके में एक खदान ढहने से 27 लोगों की मौत हो गई। बचाव कार्य जारी है और अब तक 25 शव बरामद किए जा चुके हैं। कई लोग अभी भी लापता हैं और उनके खोजबीन के लिए बुधवार को बचाव अभियान शुरू किया गया है।
मुख्यमंत्री की राहत घोषणा
मिजोरम के मुख्यमंत्री ने आपदा से हुए नुकसान की भरपाई और राहत कार्यों के लिए 15 करोड़ रुपए मंजूर किए हैं। राज्य सरकार ने मृतकों के परिवार को चार लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की भी घोषणा की है।
मणिपुर में बाढ़ की स्थिति
मणिपुर में भारी बारिश के कारण इंफाल घाटी के पास बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। उफान पर आई इंफाल नदी के कारण कई इलाके जलमग्न हो गए और सैकड़ों घरों में पानी घुस गया। हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है। इंफाल और सिलचर को जोड़ने वाला एनएच 37 पर इरंग बेली ब्रिज मंगलवार शाम को भारी बारिश के बाद ढह गया, जिससे सड़क संचार बाधित हो गया।
पश्चिम बंगाल में चक्रवात रेमल का प्रभाव
चक्रवात रेमल ने पश्चिम बंगाल में भी व्यापक प्रभाव डाला है। भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण 2,140 से अधिक पेड़ उखड़ गए और लगभग 1,700 बिजली के खंभे गिर गए।
असम में भीषण बारिश
असम के दीमा हसाओ जिले में भारी बारिश के कारण हफलॉन्ग-सिलचर को जोड़ने वाली रोड बह गई है, जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हो रहा है। फिलहाल इस रोड को एक जून तक बंद कर दिया गया है।
बचाव और राहत कार्य
भूस्खलन और बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में बचाव कार्य जारी हैं। आइजोल जिले के ह्लिमेन में पांच लोगों को बचा लिया गया है, जबकि चार अभी भी लापता हैं। सलेम वेंग में भूस्खलन के कारण एक इमारत ढहने से तीन लोग लापता हो गए थे, जिनके शव बरामद कर लिए गए हैं। बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में फंसे लोगों को नावों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
निष्कर्ष
पूर्वोत्तर भारत में चक्रवात रेमल के कारण भारी बारिश, भूस्खलन और बाढ़ से व्यापक तबाही हुई है। राहत और बचाव कार्य तेज गति से चल रहे हैं और सरकार ने प्रभावित लोगों को सहायता का आश्वासन दिया है।