ब्रिक्स देशों ने सोमवार को इजराइली सैन्य अभियान के परिणामस्वरूप गाजा पट्टी में हिंसा में ‘‘अभूतपूर्व’’ वृद्धि पर गंभीर चिंता व्यक्त की और संयुक्त राष्ट्र में फलस्तीन की पूर्ण सदस्यता के लिए अपना समर्थन दोहराया।
रूस के निजनी नोवगोरोद में एक बैठक में ब्रिक्स विदेश मंत्रियों ने अंतरराष्ट्रीय कानून के आधार पर फलस्तीन मुद्दे के लिए दो-राष्ट्र समाधान के दृष्टिकोण के प्रति समूह की अटूट प्रतिबद्धता को दोहराया।
विदेश मंत्रालय में सचिव (आर्थिक संबंध) दम्मू रवि ने इस महत्वपूर्ण बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व किया।
ब्रिक्स में ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका, मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात शामिल हैं।