राजस्थान में भीषण गर्मी ने सामान्य जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले पांच दिनों तक राज्य के कई हिस्सों में तेज लू चलेगी और कहीं-कहीं रातें भी बेहद गर्म होंगी। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए विभाग ने ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है।
गुरुवार को बाड़मेर में तापमान ने सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए 48.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो इस सीजन का सबसे अधिक तापमान है। फलौदी में तापमान 48.6 डिग्री, फतेहपुर में 47.6 डिग्री, जैसलमेर में 47.5 डिग्री, जोधपुर में 47.4 डिग्री, जालौर में 47.3 डिग्री, कोटा में 47.2 डिग्री, चूरू में 47 डिग्री, डूंगरपुर में 46.8 डिग्री, बीकानेर में 46.5 डिग्री, श्रीगंगानगर में 46.1 डिग्री, भीलवाड़ा में 46 डिग्री और चित्तौड़गढ़ में 45.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अन्य इलाकों में तापमान 44.8 डिग्री से 42.2 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा।
राज्य के अधिकतर हिस्सों में रात का तापमान भी असामान्य रूप से बढ़ा हुआ रहा। फलौदी में रात का तापमान 34.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 8.8 डिग्री अधिक है। अन्य स्थानों पर न्यूनतम तापमान सामान्य से छह डिग्री सेल्सियस तक अधिक रहा।
इस प्रचंड गर्मी का जनजीवन पर प्रतिकूल असर पड़ा है। जालोर जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रमा शंकर भारती ने बताया कि गुरुवार को अलग-अलग स्थानों से चार लोगों को जालोर जिला अस्पताल लाया गया, जिनमें एक महिला कमला देवी (40), दो अन्य चूना राम (60), पोपट राम (30) और एक अज्ञात व्यक्ति शामिल थे। चिकित्सकों ने बताया कि उनकी मौत पहले ही हो चुकी थी, और संभवत: लू लगने के कारण मौत हुई होगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में वास्तविक कारण का पता चल सकेगा।
इसके अलावा, बालोतरा जिले के पचपदरा थाना क्षेत्र में बुधवार को बाड़मेर रिफाइनरी में काम करने वाले दो युवक, सहिंदर सिंह (41) और सुरेश यादव बेहोश हो गए। सहिंदर सिंह की उपचार के दौरान मौत हो गई, जबकि सुरेश यादव का उपचार जारी है। खैरथल जिले के इस्माइलपुर गांव में पांच मोर मृत पाए गए, जिसका कारण अत्यधिक गर्मी बताया जा रहा है।
मौसम विभाग के अनुसार, राज्य के लोगों को इस भीषण गर्मी से अभी राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। आगामी 72 घंटों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हो सकती है। अगले पांच दिनों तक राज्य के कई स्थानों पर तीव्र लू चलेगी और कहीं-कहीं रातें भी उष्ण रहेंगी। इसके मद्देनजर विभाग ने ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है।
राज्य सरकार ने भीषण गर्मी के इस संकट से निपटने के लिए आवश्यक कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। नागरिकों को सतर्क रहने और गर्मी से बचने के लिए उचित सावधानियां बरतने की सलाह दी जा रही है। डॉक्टरों ने लोगों से घर में रहने, पर्याप्त मात्रा में पानी पीने और धूप से बचने की अपील की है। गर्मी के इस कहर को देखते हुए, आम जनजीवन पर इसके गहरे प्रभाव को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।