भारतीय वायुसेना के गर्व की बात:
भारतीय वायुसेना की स्क्वाड्रन लीडर मोहना सिंह ने इतिहास रचते हुए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल किया है। वह भारत की पहली महिला पायलट बन गई हैं जिन्होंने स्वदेशी एलसीए तेजस लड़ाकू विमान को उड़ाया है।
एलसीए तेजस: भारत की रक्षा प्रणाली का गौरव
लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) तेजस का निर्माण हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा किया गया है। यह लड़ाकू विमान आधुनिक युद्धक क्षमताओं से लैस है और इसे विभिन्न हवाई मिशनों के लिए उपयोग किया जाता है।
मोहना सिंह का सफर: प्रेरणा की मिसाल
मोहना सिंह का सफर भारतीय महिलाओं के लिए प्रेरणादायक रहा है। वह स्क्वाड्रन लीडर भावना कंठ और अवनी चतुर्वेदी के साथ वायुसेना में शामिल हुई थीं, और ये तीनों महिला पायलटों की पहली तिकड़ी बनी थीं जिन्होंने भारतीय वायुसेना के लड़ाकू बेड़े से उड़ान भरी थी।
तेजस के साथ ऐतिहासिक उड़ान
मोहना सिंह ने हाल ही में जोधपुर में तरंग शक्ति अभ्यास के दौरान तीनों सशस्त्र बलों के उप प्रमुखों के साथ उड़ान भरी। यह एक ऐतिहासिक क्षण था, जिसमें उन्होंने तेजस की उत्कृष्ट क्षमताओं का प्रदर्शन किया।
भारत में महिला फाइटर पायलटों का उदय
साल 2016 में सरकार द्वारा लड़ाकू विमान उड़ाने के लिए महिलाओं के लिए दरवाजे खोलने के बाद, भारतीय वायुसेना में लगभग 20 महिला पायलट अब लड़ाकू विमानों का संचालन कर रही हैं। मोहना सिंह के इस अद्वितीय योगदान ने देशभर में लड़कियों को इस क्षेत्र में करियर बनाने की प्रेरणा दी है।
तेजस की क्षमताएं:
एलसीए तेजस न केवल हवाई युद्ध के लिए सक्षम है बल्कि यह आक्रामक हवाई समर्थन मिशनों और जहाज-रोधी अभियानों के लिए भी एक प्रमुख भूमिका निभाता है। यह विमान भारतीय रक्षा प्रणाली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसका निर्माण भारत की आत्मनिर्भरता को और मजबूत करता है।
निष्कर्ष:
मोहना सिंह ने अपनी मेहनत और समर्पण से एक नई मिसाल कायम की है, जिससे भारत के लाखों युवाओं को प्रेरणा मिल रही है। उनका सफर न केवल भारतीय वायुसेना बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय है।