मॉस्को:- हाल ही में यूक्रेन द्वारा रूस पर हमले के बाद, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने परमाणु हथियार उपयोग सिद्धांत में बड़ा बदलाव किया है। पुतिन ने बुधवार को घोषणा की कि यदि रूस पर पारंपरिक मिसाइलों से हमला होता है, तो वह परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मॉस्को किसी भी प्रकार के हमले को परमाणु शक्ति समर्थित संयुक्त हमला मानेगा। उनका कहना है कि रूस पर हुए किसी भी प्रकार के हमले में अगर किसी भी परमाणु संपन्न राष्ट्र समर्थित हमले का जवाब रूस परमाणु हथियार से देने में स्वतंत्र है। घोषणा के साथ रूस ने अपने आधिकारिक परमाणु सिद्धांत में बदलाव करने का निर्णय लिया है।
स्थानीय मीडिया ने गुरुवार को क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव के हवाले से बताया कि यह बदलाव पश्चिमी देशों के लिए एक स्पष्ट चेतावनी के रूप में काम करेगा। बुधवार को आयोजित सुरक्षा परिषद की बैठक में पुतिन ने कहा कि रूस किसी भी आक्रमण की स्थिति में परमाणु हथियारों के उपयोग का अधिकार सुरक्षित रखता है।
सिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, पेसकोव ने कहा, “यह एक संकेत है जो इन देशों को हमारे देश पर किसी भी प्रकार के हमले के संभावित परिणामों के बारे में चेतावनी देता है, भले ही यह हमला परमाणु न हो।”रूस की परमाणु निवारण नीति को वर्तमान में देश की सीमाओं पर बढ़ते तनाव को देखते हुए समायोजित किया जा रहा है।
इस वर्ष जून में ही पुतिन ने यूरोप को चेतावनी देते हुए अपने परमाणु उपयोग सिद्धांत में बदलाव के संकेत दिए थे, जो अब औपचारिक रूप से लागू हो गया है।रूसी प्रशासन का यह कदम वैश्विक सुरक्षा और शांति के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है, और इसने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को गहरी चिंता में डाल दिया है।