भारतीय बायोगैस एसोसिएशन (आईबीए) को बृहस्पतिवार से शुरू हो रहे नवीकरणीय ऊर्जा भारत एक्सपो (आरईआई) 2024 के दौरान इस क्षेत्र में लगभग 1,600 करोड़ रुपये के निवेश की उम्मीद है।
बायोगैस परिचालकों, विनिर्माताओं और संयंत्र योजनाकारों का प्रतिनिधित्व करने वाला देश का अग्रणी निकाय आईबीए इस उच्चस्तरीय आयोजन से मिलने वाले अवसरों के प्रति आशान्वित है।
आईबीए के चेयरमैन गौरव केडिया ने पीटीआई-भाषा से कहा, “आरईआई-2024 में बायोगैस क्षेत्र में करीब 1,600 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा होने की उम्मीद है।”
उन्होंने कहा कि आरईआई एक्सपो-2024 में पिछले वर्ष की तुलना में 20 प्रतिशत अधिक भागीदारी होने की उम्मीद है।
केडिया ने बायोगैस क्षेत्र की विशाल गैर-प्रयुक्त क्षमता पर जोर दिया।
उन्होंने बताया कि ऊर्जा मिश्रण में इसका वर्तमान योगदान एक प्रतिशत से भी कम होने के बावजूद, यह क्षेत्र पर्याप्त वृद्धि के लिए तैयार है और 2030 तक भारत के ऊर्जा भविष्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
एसोसिएशन को विश्वास है कि यह प्रदर्शनी बायोगैस उद्योग के लिए महत्वपूर्ण गति उत्पन्न करेगी।
बायो-एनर्जी पवेलियन-2024 को नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय, राष्ट्रीय जैव-ऊर्जा संस्थान और विश्व जैव-ऊर्जा संघ का भी समर्थन है।
तीन दिवसीय यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में इंडिया एक्सपो सेंटर में आयोजित किया जाएगा। इसे नवीकरणीय ऊर्जा नवाचारों के लिए भारत के अग्रणी मंच में से एक माना जाता है।
इसमें जैव-ऊर्जा, सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, इलेक्ट्रिक वाहन और ऊर्जा भंडारण समाधान जैसे विभिन्न क्षेत्रों में विकास को प्रदर्शित किया जाएगा।