भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की वाणिज्यिक इकाई न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआईएल) ने घोषणा की है कि उनका नवीनतम रॉकेट एसएसएलवी (लघु उपग्रह प्रक्षेपण यान) अपना पहला वाणिज्यिक प्रक्षेपण करेगा। यह प्रक्षेपण ऑस्ट्रेलिया की स्पेस मशीन्स कंपनी द्वारा निर्मित उपग्रह ‘ऑप्टिमस’ को उसकी कक्षा में स्थापित करने के लिए किया जाएगा।
यह घोषणा सैटकॉम इंडस्ट्री एसोसिएशन-इंडिया द्वारा आयोजित ‘इंडिया स्पेस कांग्रेस’ में एनएसआईएल और स्पेस मशीन्स कंपनी द्वारा संयुक्त रूप से की गई। एनएसआईएल ने एक बयान में कहा कि यह सहयोग स्पेस मशीन्स कंपनी के दूसरे ‘ऑप्टिमस’ अंतरिक्ष यान के प्रक्षेपण के लिए मंच तैयार करता है, जिसका वजन 450 किलोग्राम है। यह ऑस्ट्रेलिया द्वारा डिजाइन और निर्मित किया गया अब तक का सबसे बड़ा अंतरिक्ष यान है।
एनएसआईएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक राधाकृष्णन दुरईराज ने पीटीआई-भाषा से कहा, “यह एसएसएलवी के लिए पहला समर्पित वाणिज्यिक प्रक्षेपण होगा। पहला वाणिज्यिक प्रक्षेपण एसएसएलवी-डी2 मिशन के तहत 10 किलोग्राम वजनी नैनो उपग्रह जेनस का किया गया था।” इस उपग्रह को 2026 में एसएसएलवी के जरिये प्रक्षेपित किया जाना है। ‘स्पेस मैत्री’ नाम का यह मिशन अंतरिक्ष सहयोग के क्षेत्र में भारत और ऑस्ट्रेलिया के लिए एक निर्णायक क्षण होगा।