गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। इस महत्वपूर्ण बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवल, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, सेना और सीआरपीएफ के शीर्ष अधिकारी शामिल होंगे।
केंद्र सरकार एक्शन मोड में
जम्मू-कश्मीर में हाल ही में हुए लगातार आतंकी हमलों के बाद केंद्र सरकार एक्शन मोड में आ गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही प्रदेश में सुरक्षा की स्थिति का जायजा लिया था और अब गृह मंत्री अमित शाह ने भी इसी मुद्दे पर 16 जून को एक हाई लेवल बैठक बुलाई है।
बड़े एक्शन की संभावना
माना जा रहा है कि इस बैठक में गृह मंत्री जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमलों के खिलाफ कोई बड़ा एक्शन ले सकते हैं। बैठक का उद्देश्य प्रदेश की सुरक्षा स्थिति की गहन समीक्षा करना और भविष्य की रणनीतियों पर चर्चा करना है।
हाल के आतंकी हमले
हाल ही में जम्मू-कश्मीर के रियासी, कठुआ और डोडा जिलों में चार अलग-अलग स्थानों पर आतंकवादियों ने हमला किया है। इन हमलों में नौ तीर्थयात्रियों और एक सीआरपीएफ जवान की मौत हो गई, जबकि सात सुरक्षाकर्मी और कई अन्य घायल हो गए। कठुआ में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में दो संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकवादी भी मारे गए हैं, जिनके पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया।
सुरक्षा स्थिति की समीक्षा
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक की, जिसमें रियासी में तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस पर हुए हमले सहित कई आतंकी घटनाओं पर चर्चा की गई। सूत्रों के मुताबिक, गृह मंत्री को जम्मू-कश्मीर की मौजूदा स्थिति और आतंकी घटनाओं के बाद उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी गई है।
इस बैठक के बाद, सुरक्षा बलों द्वारा और भी सख्त कदम उठाए जाने की संभावना है ताकि प्रदेश में शांति और स्थिरता सुनिश्चित की जा सके।