महाराष्ट्र के पुणे में हुए पोर्श हादसे में एक नया मोड़ आया है। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी नाबालिग के खून के नमूने को उसकी मां के खून के नमूने से बदल दिया गया था। इसी आरोप में अब नाबालिग की मां को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। इससे पहले, नाबालिग के पिता और दादा को भी गिरफ्तार किया जा चुका है।
पुणे पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार ने जानकारी दी कि नाबालिग के खून के नमूने बदलने के आरोप में पहले ही दो डॉक्टरों की गिरफ्तारी हो चुकी है। पुलिस की जांच के अनुसार, ससून अस्पताल में नाबालिग के खून के नमूने को उसकी मां के नमूने से और कार में सवार अन्य दो लोगों के नमूने को उनके भाई और पिता के नमूनों से बदल दिया गया था।
घटना 18-19 मई की रात की है, जब 17 वर्षीय लड़के ने तेज गति से पोर्श कार चलाते हुए एक बाइक को टक्कर मार दी थी। इस हादसे में बाइक पर सवार दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी। हादसे के बाद मौके पर मौजूद लोगों ने पुलिस को सूचना दी और नाबालिग को गिरफ्तार कर लिया गया।
इस घटना के 14 घंटे बाद, नाबालिग को कुछ शर्तों के साथ कोर्ट से जमानत मिल गई थी। कोर्ट ने उसे 15 दिनों तक ट्रैफिक पुलिस के साथ काम करने और सड़क दुर्घटनाओं पर 300 शब्दों का निबंध लिखने का निर्देश दिया था। लेकिन विवाद बढ़ने पर कोर्ट ने उसकी जमानत रद्द कर दी और उसे 5 जून तक निरीक्षण गृह भेज दिया गया।
पुलिस ने बताया कि मेडिकल एजुकेशन विभाग की तीन सदस्यीय टीम ने इस मामले में एक जांच रिपोर्ट तैयार की है, जिसे सरकार को सौंप दिया गया है।
घटना के समय, कार में नाबालिग और उसके दो दोस्त मौजूद थे। कहा जा रहा है कि नाबालिग शराब के नशे में था और वही कार चला रहा था। मामले में जांच जारी है और पुलिस अन्य संबंधित तथ्यों की भी पड़ताल कर रही है।