18वीं लोकसभा का पहला सत्र: प्रधानमंत्री और नए सांसदों की शपथ

कल, 24 जून से 18वीं लोकसभा का पहला सत्र शुरू हो रहा है। प्रोटेम स्पीकर द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य नए सांसदों को शपथ दिलाई जाएगी। इस सत्र में मुख्य रूप से शपथ ग्रहण, स्पीकर का चुनाव और राष्ट्रपति का अभिभाषण शामिल होगा।

शपथ ग्रहण की प्रक्रिया

  • प्रारंभिक शपथ: सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके मंत्रिपरिषद के सदस्य शपथ लेंगे। इसके बाद वर्णानुक्रम के अनुसार अन्य सांसदों की शपथ का सिलसिला शुरू होगा।
  • पहले शपथ ग्रहण: असम के नवनिर्वाचित सांसदों के साथ शुरू होगा और इसके बाद पश्चिम बंगाल के सांसद शपथ लेंगे।
  • कुल सांसद: पहले दिन 280 सांसद शपथ लेंगे, जबकि अगले दिन 25 जून को 264 सांसद शपथ लेंगे।

प्रोटेम स्पीकर विवाद

भाजपा नेता और सात बार के सांसद भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया है। विपक्ष ने इस नियुक्ति पर आपत्ति जताई है, खासकर कांग्रेस के कोडिकुन्निल सुरेश की दावेदारी को नजरअंदाज करने पर।

  • प्रोटेम स्पीकर का चयन: संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने महताब के सात निर्बाध कार्यकाल को उनकी योग्यता का आधार बताया।
  • सुरेश का अनुभव: सुरेश का लोकसभा में मौजूदा कार्यकाल लगातार चौथा है, जबकि वह 1998 और 2004 में चुनाव हार गए थे।

आगे की कार्यवाही

  • मौन धारण: 18वीं लोकसभा की पहली बैठक सदस्यों के मौन रखने के साथ शुरू होगी।
  • सदस्यों की सूची: लोकसभा महासचिव उत्पल कुमार सिंह निर्वाचित सदस्यों की सूची सदन में प्रस्तुत करेंगे।
  • प्रोटेम स्पीकर का कार्यभार: महताब, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य सदस्यों को शपथ दिलाने का कार्य करेंगे।
  • पैनल की नियुक्ति: राष्ट्रपति ने कोडिकुन्निल सुरेश (कांग्रेस), टीआर बालू (डीएमके), राधा मोहन सिंह और फग्गन सिंह कुलस्ते (दोनों भाजपा), और सुदीप बंद्योपाध्याय (तृणमूल कांग्रेस) को शपथ ग्रहण प्रक्रिया में महताब की सहायता के लिए नियुक्त किया है।

महत्वपूर्ण तिथियाँ

  • स्पीकर का चुनाव: 26 जून को लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा।
  • राष्ट्रपति का अभिभाषण: 27 जून को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी।
  • धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस: 28 जून से शुरू होगी और प्रधानमंत्री मोदी 2 या 3 जुलाई को बहस का जवाब देंगे।
  • केंद्रीय बजट: दोनों सदनों का एक संक्षिप्त अवकाश 22 जुलाई को होगा और फिर से इकट्ठा होने की उम्मीद है।

इस प्रकार, 18वीं लोकसभा का पहला सत्र कई महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं और नियुक्तियों के साथ शुरू होगा, जो आगामी संसद सत्रों के लिए नींव रखेगा।

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