मराठवाड़ा में 1 जून से 7 जून तक बारिश संबंधी घटनाओं में आठ लोगों की मौत हो चुकी है। भारत के कई हिस्सों में पूर्व मानसून की बारिश से मौसम में भारी बदलाव देखा गया है, जिससे कहीं बारिश तो कहीं बाढ़ और बिजली गिरने की घटनाएं सामने आई हैं।
घटनाओं का विवरण
राजस्व विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 1 जून से 7 जून के बीच हुई घटनाओं में से 6 लोगों की मौत बिजली गिरने के कारण हुई है। इनमें से तीन लोग लातूर में, और बाकी तीन लोग झालना, धाराशिव और नांदेड में मारे गए हैं।
अन्य घटनाएं
एक व्यक्ति की मौत बाढ़ में बहने के कारण हुई है, जबकि एक 70 वर्षीय बुजुर्ग व्यक्ति की मौत गौशाला ढहने से हुई। इसके अलावा, एक महिला भी बारिश में बह गई। इस क्षेत्र में कुल मिलाकर 130 लोगों ने अपनी जान गंवाई है।
बारिश का प्रभाव
राजस्व विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, झालना, बीड, परभणी और हिंगोली जिलों के 6 राजस्व क्षेत्रों में 1 जून से भारी बारिश दर्ज की गई है। 4 जून को बीड की जियारोई तहसील के थोंडलाई क्षेत्र में सबसे ज्यादा 94 मिमी बारिश दर्ज की गई।
औसत बारिश से अधिक
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि जून में इस क्षेत्र में 31.3 मिमी की औसत बारिश होने की संभावना होती है, लेकिन पहले ही सप्ताह में 30 मिमी बारिश हो चुकी है।
पूर्व मानसून की इस बारिश ने मराठवाड़ा के निवासियों के लिए कई चुनौतियां खड़ी कर दी हैं, जिसमें जान-माल का नुकसान प्रमुख है। मौसम विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा सतर्कता और सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है।
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