“प्यार नहीं, प्रचार था: अकबर-जोधा की कहानी का नया एंगल”

अकबर-जोधा: इतिहास या स्क्रिप्ट की गलती?”

राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने इतिहास की क्लास में जोरदार घुसपैठ करते हुए ऐलान कर दिया कि जोधा-अकबर की शादी… हुई ही नहीं! उन्होंने उदयपुर में माइक संभालते ही कहा – “अकबरनामा में तो शादी का कोई जिक्र नहीं है, फिर ये फिल्म में कहां से आ गया?”

राज्यपाल साहब ने बताया कि असल में जो शादी हुई थी, वो एक दासी की बेटी से थी, न कि राजकुमारी जोधा से। मतलब, जोधा-अकबर का रोमांस इतिहास नहीं, बॉलीवुड की मेहरबानी था!

इतना ही नहीं, उन्होंने अंग्रेज़ों पर भी कलम चलाई – “इन्होंने हमारे नायकों का इतिहास बदल दिया। अकबर को हीरो बना दिया और महाराणा प्रताप को फुटनोट!” बागड़े का दावा है कि महाराणा प्रताप ने कभी अकबर को कोई संधि नहीं भेजी थी। यानी, स्वाभिमान अभी भी सेल्फ-डिफेंस मोड में है।

उन्होंने छत्रपति शिवाजी और महाराणा प्रताप की जोड़ी को “क्या होता अगर” की ऐतिहासिक जोड़ी घोषित करते हुए कहा – “अगर ये दोनों समकालीन होते तो भारत का इतिहास ही अलग होता!” (और शायद ‘बाजीराव मस्तानी’ की जगह कोई और फिल्म बनती।)

अंत में, राज्यपाल ने नई शिक्षा नीति की तारीफ की – अब बच्चे पढ़ेंगे सच्चा इतिहास, नकली रोमांस नहीं।