गोधरा में नीट-यूजी परीक्षा घोटाला: प्रधानाचार्य और चार अन्य गिरफ्तार

गुजरात के पंचमहल जिले के गोधरा कस्बे में एक बड़ा शिक्षा घोटाला उजागर हुआ है, जिसमें राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट-यूजी) को पास कराने के लिए रिश्वत लेने का मामला सामने आया है। पुलिस अधीक्षक हिमांशु सोलंकी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में तुषार भट्ट, स्कूल के प्रधानाचार्य पुरुषोत्तम शर्मा, वडोदरा के शिक्षा सलाहकार परशुराम रॉय, उनके सहयोगी विभोर आनंद और बिचौलिया आरिफ वोहरा शामिल हैं।

मामला कैसे सामने आया:

नौ मई को दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, इस घोटाले का पर्दाफाश गोधरा के एक स्कूल में हुआ, जिसे नीट-यूजी के लिए परीक्षा केंद्र बनाया गया था। जिलाधिकारी को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ लोग मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के लिए गलत काम कर रहे हैं। इसके बाद, पांच मई को मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के लिए आयोजित परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों को हिरासत में लिया गया।

गिरफ्तारियों और छापेमारी की जानकारी:

पुलिस अधीक्षक हिमांशु सोलंकी ने बताया कि तुषार भट्ट, जो जय जलाराम स्कूल में शिक्षक के रूप में कार्यरत थे और नीट के लिए उप केंद्र अधीक्षक नियुक्त थे, से सात लाख रुपये नकद बरामद किए गए। रॉय ने अपने कम से कम 27 छात्रों को यह भरोसा दिलाया था कि वह 10 लाख रुपये लेकर उन्हें परीक्षा पास कराने में मदद कर सकते हैं। छापेमारी के दौरान रॉय के कार्यालय से 2.30 करोड़ रुपये के चेक मिले।

विस्तृत जानकारी:

पुलिस के अनुसार, गोधरा तालुका पुलिस थाने में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, इन पांचों लोगों ने 27 अभ्यर्थियों से 10-10 लाख रुपये की रिश्वत लेकर उन्हें नीट-यूजी पास कराने में मदद करने की कोशिश की थी। हालांकि, जिन 27 छात्रों ने या तो अग्रिम भुगतान किया था या रॉय व अन्य को पैसे देने पर सहमत हुए थे, उनमें से केवल तीन ही परीक्षा पास कर पाए।

आगे की कार्रवाई:

पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है और यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है कि इस प्रकार की गतिविधियों पर पूर्ण रूप से रोक लगाई जा सके। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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