नेपाल में भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया बैन के खिलाफ जेन-ज़ी यानी 18 से 30 साल के युवाओं का गुस्सा सोमवार को फूट पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन परिसर में प्रवेश कर लिया। हालात काबू करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने और पानी की बौछार करने पर मजबूर होना पड़ा।
शनिवार को बड़ी संख्या में युवा सड़कों पर उतरे और सरकार से इस प्रतिबंध को तुरंत हटाने की मांग की। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सोशल मीडिया उनकी अभिव्यक्ति की आज़ादी और रोजगार से जुड़ा माध्यम है, जिसे बंद करना लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है।
पुलिस ने हालात काबू में करने के लिए बैरिकेडिंग की और प्रदर्शनकारियों को पीछे धकेलने के प्रयास किए। कई जगह हल्की झड़पें भी हुईं।
नेपाल में हाल ही में सरकार ने “राष्ट्रीय सुरक्षा” का हवाला देते हुए लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अस्थायी रोक लगा दी थी। लेकिन यह कदम युवाओं के गले नहीं उतर रहा है। उनका कहना है कि सोशल मीडिया केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि शिक्षा, व्यवसाय और आजीविका का अहम साधन बन चुका है।
अब सवाल है कि क्या नेपाल सरकार युवाओं की आवाज़ सुनेगी या सुरक्षा का तर्क देकर इस प्रतिबंध को बनाए रखेगी।