अरविंद श्रीनिवास: 32 साल की उम्र में अरबपति बने भारतीय मूल के युवा

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दुनिया में धूम मचाने वाली कंपनी Perplexity AI के सीईओ और सह-संस्थापक अरविंद श्रीनिवास अब भारत के सबसे कम उम्र के अरबपति बन गए हैं। 32 साल की उम्र में यह मुकाम पाना बताता है कि टेक्नोलॉजी की दुनिया में नई पीढ़ी किस तरह तेजी से पहचान बना रही है।

Perplexity AI को लोग अक्सर “Google का नया विकल्प” कहते हैं, क्योंकि यह सिर्फ लिंक नहीं, बल्कि सीधे और सटीक जवाब देता है। कंपनी की तेजी से बढ़ती लोकप्रियता ने अरविंद की नेटवर्थ को अरबों डॉलर तक पहुँचा दिया है।

अरविंद का जन्म भारत में हुआ था। आगे की पढ़ाई के लिए वे अमेरिका चले गए और स्टैनफोर्ड से पीएचडी की। ओपनएआई और डीपमाइंड जैसी कंपनियों का अनुभव उनके लिए सीढ़ी साबित हुआ, जिससे वे अपनी खुद की कंपनी शुरू करने की हिम्मत जुटा पाए।

आज Perplexity का इस्तेमाल लाखों लोग कर रहे हैं और टेक जगत मान रहा है कि आने वाले वक्त में यह गूगल जैसे दिग्गजों को चुनौती दे सकता है।

कहानी सीधी है—अगर आइडिया मजबूत हो और मेहनत सच्ची, तो उम्र सिर्फ एक नंबर है।