घटना का विवरण: बिहार-बंगाल की सीमा के पास स्थित रांगापानी रेलवे स्टेशन पर सोमवार सुबह एक भीषण रेल दुर्घटना हुई। सियालदाह जा रही कंचनजंगा एक्सप्रेस को पीछे से एक मालगाड़ी ने टक्कर मार दी, जिसके परिणामस्वरूप ट्रेन के कई डिब्बे पटरी से उतर गए और तीन बोगियां बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।
मृतकों और घायलों की संख्या: इस दुर्घटना में अब तक पांच लोगों की मौत हो गई है और 25 लोग घायल हुए हैं। घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है और उनकी स्थिति पर निगरानी रखी जा रही है।
प्रतिक्रिया और राहत कार्य: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घटना पर शोक व्यक्त किया और कहा कि वह दार्जिलिंग जिले के फनसीदेवा इलाके में हुई इस दुर्घटना से स्तब्ध हैं। उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी प्राप्त करने और राहत कार्यों की निगरानी के लिए डीएम, एसपी, डॉक्टर, एंबुलेंस और आपदा टीमों को मौके पर भेजा गया है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दुर्घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि रेलवे, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों द्वारा बचाव कार्य जारी है। वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं और जांच में जुट गए हैं।
नेताओं की प्रतिक्रियाएं: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस हादसे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में रेल दुर्घटना में लोगों की मृत्यु की खबर अत्यंत व्यथित करने वाली है। मेरी प्रार्थनाएं पीड़ितों के परिवार के साथ हैं और मैं घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करती हूं।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी घटना पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “पश्चिम बंगाल में रेल दुर्घटना दुखद है। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति संवेदना। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल लोग जल्द से जल्द ठीक हो जाएं। अधिकारियों से बात की और स्थिति का जायजा लिया। प्रभावितों की सहायता के लिए बचाव अभियान जारी है।”
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं: बिहार के राजद नेता भाई वीरेंद्र ने इस घटना के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि रेलवे के निजीकरण के चलते ऐसी दुर्घटनाएं हो रही हैं। उन्होंने कहा, “जिस देश में रेलवे का निजीकरण कर दिया गया, वहां दुर्घटनाएं तो होंगी ही।”
निष्कर्ष: रेल दुर्घटना के बाद से रेल परिचालन ठप हो गया है। रेलवे की टीम इस हादसे की जांच में जुटी है और स्थिति को सामान्य करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है, और राहत कार्य तेजी से जारी है। जनता और नेताओं की प्रार्थनाएं घायलों के जल्द स्वस्थ होने के लिए जारी हैं।
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