Mumbai Airport Gold Smuggling

Mumbai Airport Gold Smuggling: 1.2 किलो सोना जब्त, दो एयरपोर्ट कर्मचारी गिरफ्तार

मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (CSMIA) पर एक बार फिर सोने की तस्करी का मामला सामने आया है। राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) की टीम ने AI Airport Services Limited (AIASL) के दो कर्मचारियों को सोने का पाउडर छिपाते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया।

खुफिया सूचना पर की गई निगरानी

सूत्रों के अनुसार, यह विमान डैमम (सऊदी अरब) से मुंबई पहुंचा था। यात्रियों के उतरने के बाद, DRI टीम ने खुफिया जानकारी के आधार पर निगरानी शुरू की। इस दौरान दो कर्मचारी —

शंकर रामचंद्र पाटिल

सुनील वर्मा

संदिग्ध व्यवहार करते हुए देखे गए।

1.2 किलो गोल्ड पाउडर बरामद

DRI अधिकारियों ने जब उनकी तलाशी ली तो करीब 1.2 किलो (1200 ग्राम) सोने का पाउडर बरामद हुआ, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग ₹1.6 करोड़ आंकी जा रही है। जांच में खुलासा हुआ कि दोनों ने विमान से सोना निकालकर एयरब्रिज के हिस्से में छिपा दिया था, ताकि बाद में गिरोह का कोई सदस्य उसे निकाल सके।

तस्करी गिरोह का हिस्सा, ₹10,000 का लालच

पूछताछ के दौरान दोनों ने कबूल किया कि वे एक गोल्ड स्मगलिंग गैंग के लिए काम कर रहे थे। गिरोह ने उन्हें यह सोना विमान से निकालने के एवज में ₹10,000-₹10,000 देने का वादा किया था।

अदालत ने भेजा न्यायिक हिरासत में

डीआरआई की टीम ने अदालत से दोनों की कस्टडी (हिरासत) की मांग की ताकि पूरे नेटवर्क तक पहुंचा जा सके। वहीं, बचाव पक्ष ने न्यायिक हिरासत की अपील की।
सुनवाई के बाद अदालत ने दोनों आरोपियों को 11 नवंबर तक न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया।

मास्टरमाइंड की तलाश जारी

अब DRI इस पूरे स्मगलिंग नेटवर्क के मास्टरमाइंड तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। एजेंसी को शक है कि गिरोह के अन्य सदस्य हवाई अड्डे के अंदर और बाहर सक्रिय हैं, जो विदेश से आने वाली उड़ानों में सोना छिपाकर देश में लाने की साजिश में शामिल हैं।

बार-बार दोहराई जा रही तस्करी की कोशिशें

मुंबई एयरपोर्ट पिछले कुछ महीनों में कई बार गोल्ड स्मगलिंग के बड़े मामलों का गवाह रहा है।
सिर्फ अक्टूबर और नवंबर 2025 के बीच ही, तीन से अधिक बार सोने की तस्करी की कोशिशों का पर्दाफाश किया गया है।

डीआरआई अधिकारी बोले — “सिंडिकेट के हर सदस्य पर निगरानी”

डीआरआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया,

“हम इस मामले को केवल दो कर्मचारियों की गिरफ्तारी तक सीमित नहीं रखेंगे। हमारा उद्देश्य पूरे नेटवर्क — सप्लायर, हैंडलर और रीसिवर — को पकड़ना है।”