रोहित आर्या ने सरकार से क्यों मांगे थे 2.42 करोड़ रुपये? जांच में सामने आए नए खुलासे

मुंबई में ऑडिशन के बहाने 17 बच्चों सहित 19 लोगों को बंधक बनाने वाले आरोपी रोहित आर्या मामले में अब एक बड़ा वित्तीय विवाद सामने आया है। जानकारी के अनुसार, रोहित आर्या अपनी कंपनी के एक सरकारी प्रोजेक्ट को लेकर सरकार से करीब 2.42 करोड़ रुपये की मांग कर रहा था। पुलिस के अनुसार आरोपी दावा करता था कि उसकी मीडिया कंपनी को शहरी स्वच्छता अभियान से जुड़ा प्रोजेक्ट मिला था।

इस प्रोजेक्ट के तहत लगभग 59 लाख छात्रों को शामिल किया जाना था। सरकारी विभाग द्वारा शुरुआत में लगभग 9.9 लाख रुपये का भुगतान भी किया गया था। लेकिन प्रोजेक्ट के दस्तावेज अधूरे पाए जाने के बाद आगे की प्रक्रिया रोक दी गई। इसके बाद आर्या ने दावा किया कि उसके द्वारा किए गए कार्य और निवेश के बदले 2.42 करोड़ रुपये और मिलने चाहिए।

इसी विवाद के बीच उसने ऑडिशन का आयोजन किया और कथित तौर पर बच्चों को एक सोसायटी में बुलाकर उन्हें बंधक बना लिया। पुलिस का कहना है कि आरोपी के मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति को भी जांच के दायरे में रखा गया है।

शिक्षा विभाग ने कहा कि किसी भी प्रोजेक्ट में निजी कंपनियों को स्कूलों से पैसा वसूलने की अनुमति नहीं होती। जबकि आरोपी की पत्नी का कहना है कि रोहित सिर्फ अपने काम की वैध पहचान और भुगतान की मांग कर रहा था।

फिलहाल मामला पुलिस जांच के अधीन है और विस्तृत आर्थिक लेनदेन, दस्तावेज़ व प्रोजेक्ट एग्रीमेंट की जांच जारी है।