बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों से शेयर बाजार पर अब तक कोई बड़ा उतार-चढ़ाव देखने को नहीं मिला है, लेकिन बाजार विशेषज्ञ आने वाले दिनों में कुछ खास सेक्टर्स में तेजी का अनुमान जता रहे हैं। राज्य में सत्तारूढ़ एनडीए सरकार को भारी जनादेश मिलने के बाद केंद्र सरकार के लिए पॉलिसी रिफॉर्म्स को और तेज गति से आगे बढ़ाने की संभावना बढ़ गई है।
विशेषज्ञों का कहना है कि चुनाव नतीजे केंद्र को लंबे समय के विकास से जुड़े फैसले लेने की राजनीतिक मजबूती देंगे, जिसका सीधा फायदा इन्फ्रास्ट्रक्चर, मैन्युफैक्चरिंग और सरकारी क्षेत्र (PSU) कंपनियों के शेयरों को मिल सकता है। यह सेक्टर कैपिटल एक्सपेंडिचर और सुधार आधारित नीतियों के कारण लाभ में रह सकते हैं।
पेस 360 के मार्केट एक्सपर्ट अमित गोयल ने कहा कि बिहार चुनाव के नतीजे भारतीय बाजारों के लिए सकारात्मक संकेत हैं। उन्होंने कहा,
“यह जनादेश दिखाता है कि राजनीतिक स्थिरता मजबूत बनी हुई है और इससे केंद्र सरकार विकास-वर्धक दीर्घकालिक निर्णय लेने में सक्षम होगी।”
गोयल ने यह भी कहा कि यह परिणाम सरकार को लोकलुभावन खर्चों के बजाय संरचनात्मक सुधारों पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करेगा, जो इन्फ्रा, मैन्युफैक्चरिंग और PSU शेयरों के लिए एक बुलिश सिग्नल है।
उन्होंने आगे कहा,
“हमें वेलफेयर स्पेंडिंग में किसी बड़े बदलाव की उम्मीद नहीं है। चल रहे सुधारों और रणनीतिक विनिवेश की वजह से मैन्युफैक्चरिंग और पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग्स के शेयरों में निवेशकों की दिलचस्पी बनी रहनी चाहिए।”
विशेषज्ञों की राय में अगले कुछ महीनों में बाजार का रुख रिफॉर्म्स, कैपेक्स और घरेलू विकास योजनाओं पर निर्भर करेगा।
