राम जन्मभूमि आंदोलन के प्रमुख सूत्रधार और विश्व हिंदू परिषद के शीर्ष नेतृत्वकर्ताओं में शामिल रहे अशोक सिंघल की पुण्यतिथि पर देशभर के कई प्रमुख नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। नेताओं ने उनके तप, त्याग और राष्ट्र-धर्म के लिए किए गए योगदान को स्मरण करते हुए उन्हें नमन किया।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा कि अशोक सिंघल ने धर्म, राष्ट्र और संस्कृति के लिए अपना संपूर्ण जीवन समर्पित कर दिया। उन्होंने लिखा कि सिंघल जी ने सुख-सुविधाओं का त्याग कर जीवनभर स्वसंस्कृति और स्वधर्म की सेवा की।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उन्हें विश्व हिंदू परिषद का शिखर पुरुष बताते हुए कहा कि उन्होंने राम जन्मभूमि आंदोलन को नई दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि सिंघल जी का जीवन सनातन संस्कृति, राष्ट्ररक्षा और सांस्कृतिक गौरव के पुनर्स्थापन का अनुपम प्रतीक है।
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें धर्म और मातृभूमि की रक्षा का सच्चा साधक बताया। उन्होंने कहा कि सिंघल जी के अप्रतिम कार्यों और प्रयासों को युगों-युगों तक याद किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि सिंघल जी का संपूर्ण जीवन राष्ट्रभक्ति, धर्मनिष्ठा और भारतीय संस्कृति के उत्थान को समर्पित रहा। उन्होंने कहा कि उनके संकल्प और प्रेरणा से हम सनातन मूल्यों की रक्षा के पथ पर अग्रसर हैं।
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि धर्म और राष्ट्र के उत्थान में सिंघल जी का योगदान अविस्मरणीय है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सिंघल जी की आस्था, तप और त्याग ने भारतीय समाज में नई चेतना का संचार किया और सनातन परंपरा की रक्षा में उनका जीवन एक साधक के समान समर्पित रहा।
