थाईलैंड में भीषण बाढ़ और भूस्खलन से हालात बदतर, मौतों का आंकड़ा 145 पहुंचा

दुनिया के कई हिस्सों में प्रकृति का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। श्रीलंका में तूफान दितवाह ने भारी तबाही मचाई, वहीं थाईलैंड में भीषण बाढ़ और भूस्खलन ने भारी नुकसान पहुंचाया है।

न्यूज एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, दक्षिणी थाईलैंड में आई विनाशकारी बाढ़ से मौतों का आंकड़ा बढ़कर 145 हो गया है। यह जानकारी अधिकारियों ने शुक्रवार को जारी की।

सरकारी प्रवक्ता सिरिपोंग अंगकासाकुलकियात ने बताया कि अकेले सोंगखला प्रांत में 110 मौतें हुई हैं, जो सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र है।

इससे पहले जारी आंकड़ों में सोंगखला में 55 मौतों की पुष्टि हुई थी, लेकिन बचाव अभियानों के बढ़ने के साथ संख्या में तेजी आई है।

सिरिपोंग ने बताया कि सोंगक्लानागरिंद अस्पताल से मिले नए आंकड़ों के अनुसार, प्रांत में कुल 85 मौतें दर्ज हुई हैं। इनमें से 55 मौतें सीधे बाढ़ से और 30 अन्य कारणों से संकट के दौरान हुईं।

अधिकारियों का कहना है कि गुरुवार शाम तक पानी का स्तर कम होने की उम्मीद है। पानी घटने पर बचाव कार्य तेज किए जा सकेंगे और बड़े पैमाने पर सफाई अभियान शुरू होगा।

बाढ़ की गंभीर स्थिति को देखते हुए थाईलैंड के प्रधानमंत्री अनुतिन चार्नविराकुल ने मंगलवार को सोंगखला में इमरजेंसी की घोषणा की थी।

रेस्क्यू टीमों के बेहतर तालमेल के लिए सरकार ने विशेष कमांड सेंटर भी बनाया है। बाढ़ से व्यापक पैमाने पर संपत्ति का नुकसान हुआ है और लोगों की सुरक्षा पर गंभीर खतरा बना हुआ है।

डिजास्टर प्रिवेंशन एंड मिटिगेशन विभाग के अनुसार, मानसूनी बाढ़ ने दक्षिणी थाईलैंड के नौ प्रांतों को प्रभावित किया है। कुल 2.20 मिलियन लोग इस आपदा से प्रभावित हुए हैं।

सरकार ने राहत, पुनर्वास और बचाव कार्यों को प्राथमिकता देने के निर्देश जारी किए हैं।