संचार साथी ऐप अनिवार्य नहीं: केंद्रीय मंत्री सिंधिया

संचार साथी ऐप को लेकर चल रहे विवाद के बीच केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने स्पष्ट किया है कि यह ऐप बिल्कुल भी अनिवार्य नहीं है।

उन्होंने कहा कि यूजर अपनी इच्छा से इस ऐप को मोबाइल में रख सकता है या जरूरत न होने पर डिलीट कर सकता है।

सिंधिया ने बताया कि सरकार का उद्देश्य सिर्फ उपभोक्ता सुरक्षा को मजबूत करना है क्योंकि फर्जी कनेक्शनों और मोबाइल धोखाधड़ी के मामले तेजी से बढ़े हैं।

संचार साथी ऐप की मदद से अब तक 1.75 करोड़ फर्जी मोबाइल कनेक्शन बंद किए जा चुके हैं।

करीब 7.5 लाख चोरी मोबाइल फोन सही उपभोक्ताओं तक पहुंचाए गए हैं।

यूजर्स द्वारा की गई रिपोर्टिंग के आधार पर 21 लाख मोबाइल कनेक्शन भी बंद किए गए हैं।

सिंधिया ने दोहराया कि ऐप का उपयोग पूरी तरह से उपभोक्ता की इच्छा पर निर्भर है और इसे जब चाहे हटाया जा सकता है।

हाल ही में सभी नए मोबाइल हैंडसेट में संचार साथी ऐप को प्री-इंस्टॉल करने के केंद्र के फैसले को लेकर गोपनीयता से जुड़ी चिंताएँ सामने आई थीं।

28 नवंबर के दिशा-निर्देशों के अनुसार, ऐप केवल पहली बार सेटअप के समय दिखाई देगा और उसकी सुविधाएँ सुलभ होंगी।

सरकार ने स्पष्ट किया कि ऐप सुरक्षा के लिए है, निगरानी के लिए नहीं, और इसे हटाने से कोई रोक नहीं है।