मथुरा यमुना एक्सप्रेसवे हादसे में 13 की मौत कोहरे से मची तबाही

उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में मंगलवार को एक बड़ा सड़क हादसा हो गया।
यमुना एक्सप्रेस-वे पर बलदेव थाना क्षेत्र के 127 किलोमीटर माइलस्टोन के पास यह दुर्घटना हुई।

इस भीषण हादसे में अब तक 13 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है।
परीक्षण और पोस्टमार्टम के बाद मौतों की संख्या कंफर्म की गई है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने बताया कि घटनास्थल से मिले सभी शवों को पोस्टमार्टम हाउस भेजा गया था।
अब तक 13 मौतें कंफर्म हैं और पोस्टमार्टम की प्रक्रिया जारी है।

उन्होंने बताया कि तीन शवों की पहचान हो चुकी है।
शेष जले और अधजले शवों की पहचान डीएनए जांच के माध्यम से की जाएगी।

एसएसपी के अनुसार, मलबे और अवशेषों को भी मोर्चरी भेजा गया है।
जिन शवों की पहचान नहीं हो पाई है, उनका अंतिम संस्कार सम्मानपूर्वक किया जाएगा।

मंडल आयुक्त शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि चार शवों की पहचान हो चुकी है।
अन्य शवों की शिनाख्त के लिए टीमें लगातार प्रयास कर रही हैं।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसे के समय दृश्यता लगभग शून्य थी।
घने कोहरे के कारण एक के बाद एक बसें और तीन कारें आपस में टकरा गईं।

टक्कर इतनी भीषण थी कि कई वाहनों में धमाके के साथ आग लग गई।
आग लगते ही बसों में सवार यात्रियों में चीख-पुकार मच गई।

पुलिस ने पूरे मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है।
हादसे के कारणों और घटनाक्रम की विस्तृत जांच की जा रही है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मथुरा सड़क हादसे का संज्ञान लिया है।
उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य तेज करने के निर्देश दिए।
साथ ही घायलों के समुचित उपचार के आदेश भी दिए गए हैं।

सीएम योगी ने मृतकों के परिजनों को दो लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की है।
घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक मदद प्रदान की जाएगी।