पुतिन बोले रूस चीन संबंध वैश्विक स्थिरता के लिए अहम

रूस और चीन के बीच संबंध वैश्विक स्थिरता के लिए एक बेहद महत्वपूर्ण कारक हैं, यह बात रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने स्थानीय समयानुसार 19 दिसंबर को मॉस्को में आयोजित अपने वार्षिक संवाददाता सम्मेलन में कही।

पुतिन ने कहा कि उनके मन में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग रूस के भरोसेमंद दोस्त और मजबूत साझेदार हैं, दोनों देशों के बीच संबंध लगातार आगे बढ़ रहे हैं और आपसी विश्वास मजबूत हुआ है।

राष्ट्रपति पुतिन के अनुसार मौजूदा रूस-चीन संबंध कई क्षेत्रों में फैल चुके हैं, और यह सहयोग केवल द्विपक्षीय हितों तक सीमित नहीं है बल्कि वैश्विक संतुलन में भी अहम भूमिका निभा रहा है।

उन्होंने दोहराया कि रूस और चीन के रिश्ते वैश्विक स्थिरता के लिए एक प्रमुख आधार हैं, दोनों देश अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कई मुद्दों पर एक-दूसरे के साथ समन्वय बनाए रखते हैं।

पुतिन ने बताया कि रूस और चीन के विदेश मंत्रालयों के बीच करीबी संवाद जारी है, जिससे अंतरराष्ट्रीय मामलों में साझा रुख अपनाने में मदद मिलती है।

उन्होंने उम्मीद जताई कि भविष्य में भी रूस और चीन इस दोस्ताना और सहयोगी रिश्ते को इसी मजबूती के साथ आगे बढ़ाते रहेंगे।

पुतिन ने आगे कहा कि दोनों देशों ने अलग-अलग क्षेत्रों में व्यावहारिक सहयोग की एक विस्तृत श्रृंखला विकसित की है, जिससे द्विपक्षीय संबंध और मजबूत हुए हैं।

रूस और चीन के बीच व्यापार 240 अरब डॉलर से 250 अरब डॉलर के स्तर तक पहुंच गया है, जो दोनों अर्थव्यवस्थाओं के बीच बढ़ती साझेदारी को दर्शाता है।

उन्होंने बताया कि रूसी-चीनी सहयोग ने उच्च तकनीक विनिर्माण, विज्ञान और शिक्षा, मानविकी और अंतरिक्ष अन्वेषण जैसे क्षेत्रों में भी उल्लेखनीय प्रगति की है।

पुतिन के अनुसार यह सहयोग दोनों देशों के बीच उच्च स्तर के आपसी भरोसे को दर्शाता है, जो रणनीतिक साझेदारी की मजबूत नींव है।

उन्होंने स्पष्ट किया कि रूस भविष्य में भी अपने चीनी मित्रों के साथ रिश्तों को और विकसित करना चाहता है और इस सहयोग को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है।

स्थानीय समयानुसार 19 दिसंबर को पुतिन ने मॉस्को में रेड स्क्वायर के पास स्थित गोस्टिनी ड्वोर केंद्र में वार्षिक संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया था।

इस दौरान उन्होंने वर्ष 2025 के लिए रूस के प्रमुख घरेलू मुद्दों और बड़े अंतरराष्ट्रीय सवालों पर चर्चा की, साथ ही प्रश्नोत्तर सत्र और लाइव वीडियो लिंक के जरिए संवाददाताओं और रूसी नागरिकों के सवालों के जवाब भी दिए।