17 साल बाद बांग्लादेश लौटे तारिक रहमान

बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के कार्यकारी चेयरमैन तारिक रहमान ने लंबे राजनीतिक संकट के बीच 17 सालों के बाद वतन वापसी की है, ढाका पहुंचते ही उन्होंने अपनी मां और पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया से अस्पताल में मुलाकात कर उनका हालचाल जाना।

वतन लौटने के बाद तारिक रहमान ने अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस को फोन कर धन्यवाद दिया, इसके बाद उन्होंने पार्टी नेताओं और समर्थकों से मुलाकात की और राजनीतिक हालात पर चर्चा की।

ढाका में 300 फीट रोड पर आयोजित रैली को संबोधित करते हुए तारिक रहमान ने देशवासियों से शांति बनाए रखने की अपील की, उन्होंने कहा कि हम हर मुमकिन तरीके से शांति चाहते हैं और एकजुट रहकर लोगों की उम्मीदों को पूरा किया जा सकता है

उन्होंने कहा कि जैसे 1971 में सभी वर्गों के लोगों ने मिलकर आजादी हासिल की थी, वैसे ही अब एक बार फिर बांग्लादेश की आजादी और संप्रभुता की रक्षा के लिए सभी को एकजुट होना होगा।

तारिक रहमान ने कहा कि देश के लोग अपने मत और अभिव्यक्ति के अधिकार को वापस पाना चाहते हैं, उन्होंने जोर दिया कि लोकतंत्र ही बांग्लादेश के भविष्य का आधार है और अब देश निर्माण का समय आ गया है।

रैली के दौरान उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में पहाड़ी और मैदानी क्षेत्र के लोग रहते हैं, जहां मुस्लिम, हिंदू, बौद्ध और ईसाई समुदाय साथ रहते हैं और एक सुरक्षित बांग्लादेश बनाना सभी की साझा जिम्मेदारी है

उन्होंने कहा कि ऐसा बांग्लादेश बनाना जरूरी है जहां महिलाएं, पुरुष और बच्चे बिना डर के घर से बाहर निकल सकें और सुरक्षित लौट सकें, इसके लिए सभी धर्मों और वर्गों को मिलकर काम करना होगा।

मार्टिन लूथर किंग जूनियर के प्रसिद्ध भाषण का जिक्र करते हुए तारिक रहमान ने कहा कि मेरे पास एक सपना नहीं बल्कि एक प्लान है, जो देश के विकास और लोगों की किस्मत बदलने के लिए तैयार किया गया है।

उन्होंने जनता से अपील की कि अगर इस विजन और योजना को जमीन पर उतारना है, तो बांग्लादेश के हर नागरिक का सहयोग जरूरी होगा, तभी लोकतंत्र मजबूत होगा और देश आगे बढ़ सकेगा।