नई दिल्ली: आज से शुरू हो रहा अठारहवीं लोकसभा का पहला सत्र नए संसद सदस्यों की शपथ ग्रहण के साथ आरंभ होगा। यह सत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षा साबित होने वाला है, क्योंकि इस बार विपक्ष काफी मजबूत स्थिति में है। 230 सीटें जीतने वाले इंडिया गठबंधन और 240 सीटें जीतने वाली भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर सबकी निगाहें टिकी होंगी। हालांकि, बीजेपी के पास कुछ अन्य दलों का भी समर्थन है, लेकिन इस बार संसद में कई ऐसे मुद्दे उठने वाले हैं, जिन पर मजबूत विपक्ष के सामने सरकार के लिए पार पाना आसान नहीं होगा।
इस सत्र में सरकार के लिए चुनौतियां बढ़ने की संभावना है। इंडिया गठबंधन कई ऐसे मुद्दे उठाएगा, जिससे सरकार को घेरा जा सके। पिछले सत्र में विपक्ष इतनी मजबूत स्थिति में नहीं था, लेकिन इस बार परिस्थितियाँ अलग हैं।
बीजेपी के सात बार के सांसद भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर (अस्थाई लोकसभा अध्यक्ष) नियुक्त किया गया है। वे नए सांसदों को शपथ दिलाएंगे। कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद के सुरेश को प्रोटेम स्पीकर नहीं बनाए जाने पर विपक्षी दल नाराज हैं और इस मुद्दे पर सत्र के दौरान हंगामा होने की संभावना है।
राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाएंगी। लोकसभा की कार्यवाही की शुरुआत कुछ क्षणों के मौन के साथ होगी, जिसके बाद लोकसभा महासचिव उत्पल कुमार सिंह चुने गए सांसदों की सूची सदन के पटल पर रखेंगे। महताब अपनी पैनल में शामिल पांच सहयोगियों को शपथ दिलाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सबसे पहले शपथ दिलाएंगे। उनके बाद कैबिनेट मंत्रियों, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), और राज्यमंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी।
सांसदों को शपथ दिलाने का सिलसिला दो दिनों तक चलेगा। इसके बाद 26 जून को लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा और 27 जून को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी।