प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय विश्वविद्यालयों की वैश्विक रैंकिंग में सुधार पर खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि भारत के विश्वविद्यालय वैश्विक मंच पर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं और यह हमारे लिए गर्व की बात है। पीएम मोदी ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता के परिणामस्वरूप यह सफलता मिल रही है।
प्रधानमंत्री ने इस सफलता का श्रेय सरकार की ओर से किए गए शैक्षणिक सुधारों और उच्च शिक्षा में नवाचार को दिया। उन्होंने कहा कि हम अपने शैक्षणिक संस्थानों को लगातार समर्थन, विकास और नवाचार के अवसर प्रदान करते रहेंगे, जिससे हमारे युवाओं को फायदा होगा।
यह टिप्पणी प्रधानमंत्री ने टाइम्स हायर एजुकेशन रैंकिंग के वैश्विक मामलों के मुख्य अधिकारी फिल बैटी की एक पोस्ट के जवाब में की, जिसमें बैटी ने भारतीय विश्वविद्यालयों की बढ़ती उपस्थिति की सराहना की थी। बैटी ने कहा था कि भारत के शैक्षणिक सुधार और शिक्षा का अंतरराष्ट्रीयकरण इस सफलता का मुख्य कारण हैं।
2025 की रैंकिंग के लिए 133 भारतीय विश्वविद्यालयों ने आवेदन किया, जो 2017 में 42 थे। ताजा रैंकिंग में 91 भारतीय विश्वविद्यालयों ने स्थान पाया है, जिसमें भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) बंगलूरू ने सर्वोच्च रैंकिंग हासिल की है। इसके बाद अन्ना विश्वविद्यालय, चेन्नई और जामिया मिलिया इस्लामिया, दिल्ली का स्थान है।