अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया छह पैसे मजबूत होकर 83.72 (अस्थायी) पर बंद हुआ। घरेलू बाजार में मजबूती तथा विदेशी पूंजी का निवेश बढ़ने की उम्मीद के कारण रुपये में यह तेजी आई।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि डॉलर सूचकांक के स्थिर रहने से संकेत के साथ रुपया एक सीमित दायरे में कारोबार किया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.72 प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के दौरान यह 83.69 के उच्चस्तर तक गया तथा 83.73 प्रति डॉलर के निचले स्तर तक आया। अंत में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले यह 83.72 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर बंद हुआ जो पिछले बंद भाव से छह पैसे मजबूत है।एलकेपी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषण विभाग के उपाध्यक्ष (जिंस और मुद्रा), जतिन त्रिवेदी ने कहा, ‘‘बाजार सहभागियों का ध्यान व्यक्तिगत उपभोग व्यय (पीसीई) मूल्य सूचकांक पर है। साथ ही 31 जुलाई को होने वाली अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतिगत बैठक पर उनका खास ध्यान है।’’
बृहस्पतिवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले सात पैसे गिरकर 83.78 के अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर बंद हुआ था।
त्रिवेदी ने कहा कि सितंबर में नीतिगत दर में कटौती की संभावना डॉलर पर दबाव बढ़ा सकती है, खासकर अगर जुलाई के अंत में नीति की समीक्षा के दौरान ऐसे संकेत दिए जाते हैं।’’
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की मजबूती को परखने वाला डॉलर सूचकांक 0.02 प्रतिशत की गिरावट के साथ 104.33 रहा।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.49 प्रतिशत की गिरावट के साथ 81.97 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।
स्थानीय शेयर बाजार में बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,292.92 अंक बढ़कर 81,332.72 अंक पर बंद हुआ जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 428.75 अंक मजबूत होकर रिकॉर्ड 24,834.85 अंक पर रहा।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे और उन्होंने बृहस्पतिवार को शुद्ध रूप से 2,605.49 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। भाषा राजेश राजेश रमण