SEBI चीफ माधवी बुच का बयान: हिंडनबर्ग के आरोपों का खंडन

भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) की प्रमुख माधवी बुच और उनके पति धवल बुच ने हाल ही में शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग द्वारा लगाए गए आरोपों को पूरी तरह से निराधार बताया है। माधवी बुच ने एक बयान जारी करते हुए स्पष्ट किया कि उनका और उनके पति का वित्तीय लेन-देन पूरी तरह से पारदर्शी और एक खुली किताब के समान है।

आरोपों का खंडन:

10 अगस्त 2024 को हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट में बुच दंपति पर कई आरोप लगाए गए थे। इन आरोपों के संदर्भ में SEBI प्रमुख ने कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हिंडनबर्ग रिसर्च, जिसके खिलाफ SEBI पहले से ही प्रवर्तन कार्रवाई कर रहा है और कारण बताओ नोटिस जारी कर चुका है, ने अब चरित्र हनन का प्रयास किया है।”

पारदर्शिता और जवाबदेही:

बुच दंपति ने अपने बयान में कहा कि उनका वित्तीय लेन-देन हमेशा से ही पारदर्शी रहा है और उन्होंने SEBI को आवश्यक सभी वित्तीय रिकॉर्ड पहले से ही सौंप दिए हैं। “हमारा जीवन और वित्तीय गतिविधियाँ एक खुली किताब की तरह हैं। हम किसी भी प्राधिकारी के समक्ष अपने वित्तीय दस्तावेज प्रस्तुत करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं,” बुच ने कहा।

आगे की कार्रवाई:

SEBI चीफ ने यह भी बताया कि पारदर्शिता के हित में वे उचित समय पर एक विस्तृत बयान जारी करेंगे, जिसमें वे हिंडनबर्ग के सभी आरोपों का विस्तार से खंडन करेंगे। उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य हमेशा से पूंजी बाजार में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व सुनिश्चित करना रहा है, और वे इसी दिशा में काम करते रहेंगे।

इस बयान के माध्यम से बुच दंपति ने स्पष्ट कर दिया कि वे हिंडनबर्ग के सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हैं और अपने ऊपर लगाए गए सभी आक्षेपों का दृढ़ता से खंडन करते हैं।

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