“अब सभी हिंदूओं को एकजूट होने की आवश्यक्ता”:-पवन कल्याण

आंध्र प्रदेश:- विश्व प्रसिद्ध तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में हुए चर्बी वाले तेल के इस्तेमाल के संदर्व में बयान देते हुए पवन कल्याण ने धर्म के विरुद्ध हो रहे षडयंत्र के खिलाफ सभी को हिन्दूओं को एकजूट होने का आह्वान किया, साथ ही साथ धर्म पर हो रहे आघात को रोकने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सनातन धर्म रक्षा मंच बनाने की मांग की, उन्होंने ट्विटर (X) पर पोस्ट के माध्यम से यह कहा की “हमारी संस्कृति, आस्था, विश्वास और श्रद्धा की धर्मधुरी, श्री तिरुपति बालाजी धाम के प्रसाद में, कुत्सित प्रयासों के तहत, जो अपवित्रता का, संचार करने की कोशिश की गई, उससे मैं व्यक्तिगत स्तर पर, अत्यंत मर्माहत हूँ, और सच कहूं तो, अंदर से अत्यंत छला गया, महसूस कर रहा हूँ। प्रभु वेंकटेश्वर से, मेरी प्रार्थना है कि, इस दुःख के क्षण में हमें, और समस्त सनातनियों को, अपनी अहैतुकी कृपा से, सबलता प्रदान करें। मैं अभी इसी क्षण, भगवन से क्षमा प्रार्थी हो, प्रायश्चित दीक्षा हेतु, प्रण सिद्ध कर रहा हूँ, और ग्यारह दिवसीय उपवास हेतु, धर्म संकल्पित हो रहा हूँ। ग्यारह दिवसीय, प्रायश्चित दीक्षा, के उत्तरार्ध में, एक और दो अक्टूबर को, मैं तिरुपति जाकर, प्रभु के साक्षात दर्शन कर, क्षमा प्रार्थी हो, विनती करूंगा और तब, भगवन के समक्ष, मेरे प्रायश्चित दीक्षा की, पूर्णाहूति होगी।” आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने भी इस मुद्दे पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। साथ ही उन्होंने पूर्व की वाईएसआरसीपी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में तिरुपति के लड्डू में मिलावट की गई थी।नायडू ने दावा किया कि लैब रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई है कि लड्डू में भैंसे की चर्बी और मछली के तेल जैसी सामग्री मिलाई गई थी। इस पर सत्ताधारी टीडीपी ने कहा है कि यह धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ है और दोषियों को जल्द ही कानून के कटघरे में लाया जाएगा।

सनातन धर्म रक्षण बोर्ड’ का गठन करने की मांग

आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने इस मुद्दे पर कड़ा रुख अपनाते हुए राष्ट्रीय स्तर पर ‘सनातन धर्म रक्षण बोर्ड’ के गठन की मांग की है। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “तिरुपति बालाजी प्रसाद में पशु वसा (मछली का तेल, सूअर की चर्बी और गाय की चर्बी) मिलाए जाने के निष्कर्षों से हम सभी बहुत परेशान हैं। शायद अब पूरे भारत के मंदिरों से संबंधित मामलों को देखने के लिए ‘सनातन धर्म रक्षण बोर्ड’ का गठन करने का समय आ गया है।”पवन कल्याण ने इस मामले पर राष्ट्रीय बहस की भी मांग की है और किसी भी रूप में सनातन धर्म के अपमान के खिलाफ सामूहिक लड़ाई का आह्वान किया है।

भाजपा की भी कड़ी प्रतिक्रिया

इस विवाद में भाजपा भी शामिल हो गई है। पार्टी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि हिंदू धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाले इस कृत्य के लिए जिम्मेदार लोगों को जेल में डाला जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “लैब रिपोर्ट से यह साफ हो गया है कि तिरुपति बालाजी मंदिर के लड्डू में गाय की चर्बी और मछली के तेल का इस्तेमाल किया गया है। जब तक हिंदू एकजुट नहीं होंगे, उन्हें धर्मनिरपेक्षता के नाम पर इस तरह का अपमान सहना पड़ेगा।”यह विवाद धार्मिक और राजनीतिक मुद्दा बन गया है, और देशभर में इस पर तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।

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