नयी दिल्ली, 26 अक्टूबर एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) ने कथित अश्लील सामग्री प्रसारित करने के लिए ओटीटी मंचों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
एनजीओ ने कहा है कि ऐसे कार्यक्रम भारत के सामाजिक ताने-बाने को प्रभावित कर रहे हैं।
पूर्व सूचना आयुक्त उदय माहुरकर द्वारा स्थापित ‘संस्कृति बचाओ, भारत बचाओ फाउंडेशन’ ने ओटीटी मंच ‘‘एएलटीटी’’ के प्रवर्तकों के खिलाफ अश्लील सामग्री प्रसारित करने के लिए मुंबई पुलिस में शिकायत दर्ज कराने का दावा किया है।
एक बयान में, माहुरकर ने ओटीटी मंचों की आलोचना की क्योंकि वे दर्शकों के लिए कथित रूप से अश्लील और हानिकारक सामग्री को खुले तौर पर उपलब्ध करा रहे हैं।
उन्होंने दावा किया कि अश्लील सामग्री और पोर्नोग्राफी तक आसान पहुंच देश में बलात्कार के मामलों के पीछे एक प्रमुख कारण के रूप में उभरी है।
एनजीओ से जुड़े वकील विनीत जिंदल ने कहा, ‘‘अगर इस पर अंकुश नहीं लगाया गया तो इस तरह की सामग्री से ऐसा हानिकारक माहौल बनेगा, जहां यौन दुर्व्यवहार सामान्य हो जाएंगे और इससे हमारे देश का सामाजिक ताना-बाना कमजोर होगा। इस विकट समस्या को और फैलने से रोकने के लिए तत्काल कानूनी हस्तक्षेप जरूरी है।’’