पीरामल फार्मा चालू वित्त वर्ष में क्षमता विस्तार, रखरखाव और सीडीएमओ साइट को बाधा-मुक्त करने सहित विभिन्न पहल पर लगभग 8.5 करोड़ डॉलर का पूंजीगत व्यय कर रही है। कंपनी की चेयरपर्सन नंदिनी पीरामल ने यह बात कही है।
मुंबई में मुख्यालय वाली इस कंपनी का लक्ष्य वित्त वर्ष 2029-30 तक अपनी आमदनी को दो अरब डॉलर के पार पहुंचाने का है। कंपनी पहले से चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में लगभग तीन करोड़ डॉलर का निवेश कर चुकी है।
पीरामल ने पीटीआई-भाषा से कहा, “उम्मीद है कि इस वर्ष पूंजीगत व्यय पिछले वर्ष के समान स्तर पर रहेगा, जो लगभग 8.5 करोड़ डॉलर है।”
उन्होंने कहा कि पूंजीगत व्यय का एक हिस्सा घरेलू बाजार के लिए नियोजित किया गया है, जबकि इसका कुछ हिस्सा अमेरिकी कारोबार में भी जाएगा।
पीरामल ने कहा, “इसका कुछ हिस्सा (लगभग तीन करोड़ डॉलर) रखरखाव पूंजीगत व्यय है, और बाकी तेलंगाना और दहेज (गुजरात) संयंत्रों में क्षमता विस्तार और कुछ सीडीएमओ साइट की बाधा को दूर करने में खर्च किया जाएगा।”
कंपनी का सितंबर तिमाही के लिए एकीकृत शुद्ध लाभ चार गुना से अधिक होकर 23 करोड़ रुपये रहा है। दवा निर्माता ने दूसरी तिमाही के लिए 2,242 करोड़ रुपये का राजस्व भी दर्ज किया, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 1,911 करोड़ रुपये था।