नयी दिल्ली, 18 नवंबर राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने मणिपुर में हिंसा की ताजा घटनाओं के सिलसिले में तीन नए मामले दर्ज किए हैं। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
सूत्रों ने सोमवार को बताया कि मामले मूल रूप से मणिपुर पुलिस ने दर्ज किए थे और 13 नवंबर को एनआईए ने इन्हें दर्ज कर जांच शुरू हुई।
उन्होंने कहा, ‘‘एनआईए ने जिन मामलों को अपने हाथ में लिया है, उनमें ‘सशस्त्र उग्रवादियों द्वारा जिरीबाम में एक महिला की हत्या’ (8 नवंबर को जिरीबाम स्थानीय पुलिस में प्राथमिकी दर्ज), ‘सशस्त्र उग्रवादियों द्वारा जिरीबाम के जाकुराधोर करोंग और बोरोबेकरा पुलिस स्टेशन पर स्थित सीआरपीएफ चौकी पर हमला’ (11 नवंबर को बोरोबेकरा पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज) और ‘बोरोबेकरा में घरों को जलाने और एक नागरिक की हत्या की घटना’ (11 नवंबर को बोरोबेकरा पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज) से संबंधित हैं।’’
पिछले साल मई से जातीय हिंसा से जूझ रहे मणिपुर में हाल में महिलाओं और बच्चों के शव मिलने के बाद से प्रदर्शन तथा हिंसा का नया दौर देखने को मिला है और स्थिति नाजुक है।
इंफाल घाटी में शनिवार रात उग्र भीड़ ने तीन और भाजपा विधायकों के आवासों को आग के हवाले कर दिया जिनमें से एक वरिष्ठ मंत्री हैं। कांग्रेस के एक विधायक के घर में भी आग लगा दी गई। वहीं, सुरक्षा बलों ने मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के पैतृक आवास में घुसने की प्रदर्शनकारियों की कोशिश को नाकाम कर दिया।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि मणिपुर में तैनात सभी सुरक्षा बलों को राज्य में कानून व्यवस्था एवं शांति बहाल करने के लिए जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिया गया है।