मुंबई में एक बड़े होर्डिंग के गिरने से 14 लोगों की मौत हो गई और लगभग 60 लोग घायल हो गए।


मुंबई में सोमवार को आए भयानक तूफ़ान और भारी बारिश के दौरान एक विशाल होर्डिंग गिरने से हुए हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है। इस हादसे में लगभग 60 लोग घायल हुए हैं। मुंबई महानगरपालिका के अनुसार, हादसे में 14 लोगों की जान गई है और विभिन्न अस्पतालों में 43 घायलों का इलाज चल रहा है, जबकि 31 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।

पुलिस के मुताबिक, यह हादसा दोपहर करीब 4.30 बजे हुआ जब अचानक तेज़ तूफ़ान आया और घाटकोपर (पूर्व) के समता कॉलोनी में रेलवे पेट्रोल पंप के पास लगा एक बड़ा होर्डिंग गिर गया। यह होर्डिंग 70×50 मीटर का था। अधिकारियों के अनुसार, यह होर्डिंग पेट्रोल पंप पर गिरा जहां तूफ़ान और बारिश से बचने के लिए बड़ी संख्या में लोग जमा थे।

मुंबई महानगरपालिका के आयुक्त भूषण गगराणी ने सोमवार की रात पत्रकारों से बातचीत में कहा, “घाटकोपर में होर्डिंग गिरने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई है। राजावाड़ी अस्पताल में अब तक 64 लोगों को भर्ती कराया गया है, जिनमें से एक की हालत गंभीर है। कुल चार लोगों की मौत हुई है, और घटनास्थल पर चार और लोगों की मौत की जानकारी मिली है।”

उन्होंने आगे कहा, “करीब 20 से 30 लोग अभी भी अंदर फंसे हुए हैं और उन्हें निकालने का काम जारी है। मुख्यमंत्री जी ने आगे की कार्रवाई के लिए आदेश दे दिए हैं, जिसे हम कल से शुरू करेंगे।”

एक चश्मदीद ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में बताया, “मैं वहीं पर था। तूफ़ान चल रहा था। गाड़ी हमने साइड में पार्क की। बारिश उस समय बहुत ज्यादा थी, इसलिए हम थोड़ी देर रुके हुए थे। अचानक बोर्ड गिर गया। जो पार्टिशन था, सब नीचे गिर गया। नीचे जितने लोग थे, टू व्हीलर, फोर व्हीलर सब फंस गए। सब अपनी जान बचाने की कोशिश कर रहे थे। उसमें बच्चे और महिलाएं भी थीं।”

राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दुर्घटनास्थल का निरीक्षण किया और घायल मरीज़ों से मिलने के लिए अस्पताल पहुंचे। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि फंसे हुए लोगों को बाहर निकालना उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने यह भी कहा कि मुंबई में जितने भी होर्डिंग हैं, उनका विशेष संरचनात्मक ऑडिट किया जाएगा।

शिंदे ने कहा, “हादसे के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया जाएगा।” उन्होंने मृतकों के परिजनों को तत्काल 5 लाख रुपये मुआवज़ा देने की घोषणा भी की है।

राज्य के उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी घटनास्थल पर जाकर राहत कार्य का जायज़ा लिया और घटना को बेहद गंभीर और दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि घटना की जांच के बाद ज़रूरत पड़ी तो गैर-इरादतन हत्या का मामला भी दर्ज किया जाएगा।

फडणवीस ने कहा कि प्रथम दृष्टया इस पूरे मामले में कई अनियमितताएं नज़र आ रही हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से बात करने के बाद उच्च स्तरीय जांच की घोषणा की है। उन्होंने यह भी कहा कि, “क्या होर्डिंग के लिए अनुमति ली गई थी? अनुमति किसने दी? क्या अनुमति सही थी? इसकी गंभीरता से जांच की जाएगी। साथ ही इतना बड़ा होर्डिंग लगाते समय, तेज़ हवा चलने को लेकर क्या कोई अध्ययन किया गया था? इसकी जानकारी भी ली जाएगी।”

इस हादसे ने मुंबई शहर में सार्वजनिक सुरक्षा और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की गंभीर स्थिति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन की तत्परता और आपदा प्रबंधन की क्षमता का भी परीक्षण हुआ है, और यह घटना भविष्य के लिए एक गंभीर चेतावनी साबित हो सकती है।

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