बांग्लादेश ने भारत को फिर दिखाई आंख, इस बार सीमा तनाव पर भारतीय उच्चायुक्त को किया तलब

ढाका: बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने सीमा तनाव को लेकर भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा को तलब किया है। मोहम्मद यूनुस के सर्वेसर्वा बनने के बाद यह दूसरा मौका है, जब बांग्लादेश ने भारतीय उच्चायुक्त को तलब किया है। इससे पहले अगरतला में बांग्लादेशी राजनयिक परिसर में कथित हमले को लेकर भारतीय उच्चायुक्त को समन भेजा गया था। ऐसे में माना जा रहा है कि मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली बांग्लादेश की कार्यवाहक सरकार भारत से टकराने के पूरे मूड में है। हालांकि भारत ने अभी तक कूटनीतिक तरीके से ही इसके लिए मोहम्मद यूनुस ने बांग्लादेश को भारत विरोधी ताकतों का गढ़ बनाने की भी कोशिश की है।

बांग्लादेश ने भारतीय राजनयिक को तलब करने पर क्या कहा

बांग्लादेश की मीडिया के अनुसार, रविवार दोपहर करीब 3 बजे भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा को बांग्लादेशी विदेश मंत्रालय की इमारत में प्रवेश करते देखा गया। इससे पहले दिन में गृह मामलों के सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) मोहम्मद जहांगीर आलम चौधरी ने कहा कि विदेश मंत्रालय को सूचित कर दिया गया है और मामले पर चर्चा के लिए भारतीय उच्चायुक्त को जल्द ही तलब किया जा सकता है। “सभी विवादित बिंदुओं पर काम रोक दिया गया है और हम आगे की गतिविधियों की अनुमति नहीं देंगे।”

भारत-बांग्लादेश सीमा विवादों में क्यों

भारत-बांग्लादेश सीमा, दुनिया की सबसे लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमाओं में से एक है, जो अक्सर विवाद का विषय रही है, जिसमें सीमा सुरक्षा मुद्दों से लेकर लोगों की आवाजाही तक की घटनाएं शामिल हैं। बांग्लादेश से बड़े पैमाने पर घुसपैठिए आए दिन भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश करते हैं। इसके अलावा तस्करों का भी एक विशाल नेटवर्क इस सीमा पर एक्टिव है, जो अवैध तरीके से भारतीय सीमा में तस्करी की कोशिश करते हैं। कई बार इन घुसपैठियों को रोकने के लिए बीएसएफ को बल प्रयोग भी करना पड़ता है।

भारत से टकराव मोल ले रहे मोहम्मद यूनुस

शेख हसीना के देश छोड़कर भागने के बाद मोहम्मद यूनुस बांग्लादेश का सर्वेसर्वा बने हैं। इसके बाद से ही बांग्लादेश में भारत विरोधी गतिविधियां तेज हो गई हैं। पहले बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ जबरदस्त हिंसा हुई और जब आवाज उठाने की कोशिश की गई तो बांग्लादेशी सरकार ने एक बड़े हिंदू नेता को फर्जी मामले में जेल में बंद कर दिया। इसके बाद से यूनुस सरकार में शामिल मंत्रियों ने भारत विरोधी बयानबाजियां की। अब बांग्लादेश भारत के कट्टर दुश्मन पाकिस्तान के साथ दोस्ती बढ़ा रहा है।

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