लोकचेतना ब्यूरो रायपुर : अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला उत्थान मंडल, रायपुर की महिला सदस्यों की तरफ से “नारी तू नारायणी” का संदेश देते हुए संतश्री आशारामजी बापू जी की ससम्मान रिहाई के लिए राष्ट्रपति एवं केंद्र सरकार के नाम पर मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़ शासन के निज सहायक श्री तुलसी कौशिक को मांग पत्र सौंपा गया । इसके अलावा श्री पवन साय, संगठन महामंत्री, भाजपा, संत श्री युधिष्ठिर लाल जी, शदाणी दरबार एवं अन्य संतों तथा हिंदू संगठनों को भी ज्ञापन सौंपा गया ।
इस अवसर पर महिला उत्थान मंडल की प्रतिभा सिंह, उर्मिला कुर्रे, सुनीता धनवानी, साधना बुधवानी, सोनल कोटवानी, बबीता जैरानी, अनिता डेंगवानी आदि बहनें मौजूद थी इनके अलावा श्री योग वेदांत सेवा समिति के लेखराम साहू, सुरेश मलंग, चैतराम अग्रवाल, रोहित वर्मा भी उपस्थित थे ।
इस मौके पर महिला उत्थान मंडल की प्रतिभा सिंह ने कहा कि संस्कृति के आधारस्तम्भ संत-महापुरुष समय-समय पर भारत-भूमि पर अवतरित होते रहे हैं लेकिन आज निर्दोष संस्कृति रक्षक पूज्य बापूजी जैसे संतों को अंधे कानूनों के तहत फंसाया जा रहा है ।
उन्होंने कहा कि संत श्री आशारामजी बापू ने महिला सशक्तिकरण के लिए अनेक कार्य किए हैं । महिलाओं में आत्मबल, आत्मश्विास, साहस, संयम-सदाचार के गुणों को विकसित करने के लिए महिला उत्थान मंडलों का गठन किया है जिससे जुड़कर कई महिलाएं उन्नत हो रही हैं । बापूजी ने संस्कृति रक्षा, संयम-सदाचार एवं ब्रम्हविचार, भगवद्गीता, भागवत के प्रचार-प्रसार में अपना पूरा जीवन अर्पित कर दिया है । मातृ-पितृ पूजन दिवस, तुलसी पूजन दिवस का आरंभ कर भारतीय संस्कृति के उच्च आदर्शों को पुनर्जीवित किया है । सदस्य बहनों ने बताया कि देश भर में महिला मंडल द्वारा महिलाओं के सर्वांगीण विकास हेतु महिला योग साधना शिविर, गर्भपात रोको अभियान, दिव्य शिशु गर्भ संस्कार, तेजस्विनी भव अभियान, आत्मिक जागरण, नि:शुल्क चिकित्सा सेवा, चल चिकित्सा, कैदी उत्थान कार्यक्रम, घर घर तुलसी लगाओ अभियान, गौ संवर्धन, हर अमावास्या पर गरीबों में भंडारे, दीपावली पर दरिद्रनारायण सेवा आदि समाजोत्थान के कार्य किए जाते हैं ।
उन्होंने कहा कि ये सारे दैवी सेवाकार्य संत श्री आशारामजी बापू की प्रेरणा से चलाए जाते हैं । महिलाओं के लिए बापूजी द्वारा किए जा रहे इन सेवाकार्यों से महिलाओं का वास्तविक उत्थान हो रहा है । उन्होंने कहा कि हमारी सरकार से मांग है कि पूज्य बापूजी को ससम्मान रिहा किया जाए ।