लोकसभा चुनाव 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत भाजपा के सभी नेता 400 से अधिक सीटें जीतने की बातें कर रहे हैं। इसके साथ ही, कई भाजपा नेता पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के मुद्दे को भी उठा रहे हैं। असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने स्पष्ट किया है कि पीओके को वापस लेने के लिए 400 सीटों की आवश्यकता क्यों है।
लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर की चर्चा जोर पकड़ रही है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, और विदेश मंत्री एस जयशंकर सहित भाजपा के सभी प्रमुख नेता PoK को भारत का अभिन्न हिस्सा बता रहे हैं। भाजपा पूरे चुनाव अभियान के दौरान 400 से अधिक सीटों की मांग कर रही है। इस बीच, यह सवाल उठता है कि PoK को वापस लेने के लिए 400 सीटें ही क्यों जरूरी हैं? यह काम 272 सीटों के साधारण बहुमत के साथ क्यों नहीं हो सकता?
इस सवाल का जवाब देते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि 272 सीटों के साधारण बहुमत के साथ यह कार्य संभव नहीं होगा। उन्होंने बताया कि अगर केवल 272 सीटें होती हैं, तो बहुत से लोग कहेंगे कि पाकिस्तान के पास परमाणु बम है और वे इसका उपयोग कर सकते हैं। हिमंत ने कहा कि हमारी संसद में पाकिस्तान के बहुत सारे समर्थक होंगे। इसलिए, PoK के भारत में विलय के लिए एक निर्णायक नेता और मजबूत संसद की आवश्यकता है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी पहले कहा था कि PoK भारत का हिस्सा है और इस पर हमारा अधिकार है, जिसे कोई नकार नहीं सकता। उन्होंने फारूक अब्दुल्ला और कांग्रेस के नेताओं की ओर इशारा करते हुए कहा कि वे लोग अब कह रहे हैं कि पाकिस्तान के पास परमाणु बम है, इसलिए PoK की मांग न करें। अमित शाह ने सवाल किया कि 130 करोड़ की आबादी वाला देश क्या किसी से डरकर अपने अधिकार छोड़ देगा?
इस प्रकार, भाजपा नेता हिमंत विश्व शर्मा और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने यह स्पष्ट किया है कि PoK को वापस लेने के लिए एक निर्णायक बहुमत की आवश्यकता है, जो 400 से अधिक सीटों के बिना संभव नहीं है। यह बहुमत संसद में पाकिस्तान समर्थकों के प्रभाव को निष्क्रिय करने और एक मजबूत नेतृत्व प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण है। इसलिए, भाजपा 2024 के चुनावों में 400 से अधिक सीटें जीतने की बात कर रही है।