अब वीज़ा नहीं, पहले इंस्टा चेक होगा!
ट्रंप सरकार ने स्टूडेंट वीज़ा अपॉइंटमेंट्स पर ब्रेक लगा दी है—क्योंकि अब कॉलेज में एडमिशन से पहले ट्विटर टाइमलाइन देखी जाएगी।
विदेश विभाग का कहना है कि वो सोशल मीडिया स्कैनिंग के “महान मिशन” पर निकले हैं। क्या आपने 2015 में किसी मीम पर हंस दिया था? सावधान! वीज़ा रिजेक्ट हो सकता है।
इस बीच ट्रंप का मानना है कि टॉप यूनिवर्सिटीज़ ‘वामपंथी’ हैं, यहूदियों के खिलाफ माहौल बनाती हैं और स्टूडेंट्स को ‘खतरनाक आज़ादी’ दे रही हैं—जैसे सोचने की।
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी, जो ट्रंप की विशेष नाराज़गी का केंद्र है, को अब विदेशी स्टूडेंट्स की मेहमाननवाज़ी करने से मना कर दिया गया है। शुक्र है, कोर्ट ने थोड़ी समझदारी दिखाई।
वैसे यूनिवर्सिटीज़ का दर्द समझा जा सकता है—जब स्टूडेंट वीज़ा से ज़्यादा अहम “इंस्टाग्राम हैंडल” हो जाए, तो एजुकेशन सेक्टर भी सोच में पड़ जाता है।