नयी दिल्ली, 30 सितंबर विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) इस वर्ष मार्च में अरब सागर पर अल एल इजराइल एअरलाइन और कतर एअरवेज के विमानों से जुड़ी ‘एअरप्रॉक्स’ की घटना की जांच कर रहा है और एजेंसी विमान और चालक दल से जुटाई गयी जानकारी का विश्लेषण कर रही है।
सामान्य रूप से ‘एअरप्रॉक्स’ का संदर्भ हवाईक्षेत्र में दो विमानों के सुरक्षित दूरी छोड़कर नजदीक आने की प्रक्रिया से है।
एएआईबी की घटना पर प्रारंभिक रिपोर्ट के मुताबिक, 24 मार्च को दोनों विमानों के बीच की न्यूनतम दूरी करीब 9.1 समुद्री मील या करीब एक मिनट थी जबकि सामान्य रूप से दो विमानों के बीच की दूरी 10 मिनट होनी चाहिए।
घटना मुंबई उड़ान सूचना क्षेत्र में हुई।
अल एएल इजराइल एयरलाइंस के बोइंग 777 विमान ने इजराइल से बैंकॉक के लिए उड़ान भरी थी जबकि कतर एअरवेज का बोइंग 777 विमान दोहा से माले के लिए निकला था।
मुंबई उड़ान सूचना क्षेत्र में हुई इस घटना की जांच एएआईबी कर रहा है।
प्रारंभिक रिपोर्ट में एएआईबी ने बताया कि मुंबई एटीएस इकाई स्थित भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण के दौरे के दौरान एकत्र किए गए साक्ष्यों का विश्लेषण किया जा रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक, “अल एएल इजराइल एयरलाइंस लिमिटेड और कतर एअरवेज से संबंधित विमान और चालक दल से संबंधित दस्तावेजों और आंकड़ों का विश्लेषण किया जा रहा है।”