आस्था के सफर में हादसा: केदारनाथ के पास हेलिकॉप्टर क्रैश, मुख्यमंत्री ने जताया दुख

केदारनाथ की उड़ान नहीं, गिरावट थी — और सरकार फिर ‘शोक’ में व्यस्त है!

उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग ज़िले में रविवार सुबह वो हुआ, जो हर साल मानसून और मुनाफे के गठजोड़ में कहीं न कहीं होता ही है — एक हेलिकॉप्टर क्रैश। सात लोगों की मौत हो गई, जिनमें एक मासूम बच्चा भी शामिल है। और कारण? वही पुराना ‘खराब मौसम’, जो हमारे सिस्टम से ज़्यादा स्थायी बहाना बन चुका है।

हादसा सुबह 5:30 बजे हुआ, लेकिन राहत टीमें समय पर पहुंच गईं — रिपोर्ट कहती है, पहुंच गईं। सीएम धामी ने ट्वीट कर शोक जताया। अब सरकारों को और करना भी क्या है? ट्वीट करना, “प्रार्थना” करना और फिर अगली दुर्घटना तक अपनी आत्मा को snooze पर डाल देना।

हेलिकॉप्टर आर्यन कंपनी का था, पर उड़ान किसकी ज़िम्मेदारी थी, ये पूछने वाला कोई नहीं। हर साल लाखों श्रद्धालु जान हथेली पर रखकर केदारनाथ जाते हैं, और हेलिकॉप्टर सेवा अब श्रद्धा नहीं, धंधा बन चुकी है। सुरक्षा? उसका कोई CSR फंड नहीं बन पाया अभी।

नेपाली मूल की महिलाओं ने हादसे की जानकारी दी — यानी आसमान में गिरा लोहे का पंछी सरकार की निगरानी से पहले गांव की आंखों में दिखा। लेकिन चलिए, शुक्र है ट्विटर पर मुख्यमंत्री की आंखें खुली थीं।