अदाणी ग्रुप ने शुक्रवार को घोषणा की कि वह आंध्र प्रदेश में पोर्ट्स, सीमेंट, डेटा सेंटर्स, एनर्जी और एडवांस मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में अगले एक दशक में 1 लाख करोड़ रुपए का निवेश करने जा रहा है। यह निवेश समूह द्वारा पहले से किए गए 40,000 करोड़ रुपए के निवेश के अतिरिक्त होगा।
विशाखापत्तनम में आयोजित ‘आंध्र प्रदेश इन्वेस्टर समिट’ में अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (APSEZ) के प्रबंध निदेशक करण अदाणी ने समूह के 15 बिलियन डॉलर के वाइजैग टेक पार्क विजन का अनावरण किया। इस परियोजना के तहत गूगल के साथ साझेदारी में दुनिया के सबसे बड़े ग्रीन एनर्जी से संचालित हाइपरस्केल डेटा-सेंटर इकोसिस्टम में से एक का निर्माण किया जाएगा।
अदाणी ग्रुप के मौजूदा प्रोजेक्ट्स से आंध्र प्रदेश में लगभग एक लाख प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार उत्पन्न हुए हैं। नए निवेशों से भी बड़े स्तर पर रोजगार के अवसर बनने की उम्मीद है।
करण अदाणी ने अपने संबोधन में राज्य के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू को ‘एक संस्था और आंध्र प्रदेश का वास्तविक CEO’ बताया। साथ ही राज्य के एचआरडी, आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री नारा लोकेश की प्रशासन में स्टार्टअप जैसी गवर्नेंस और एफिशिएंसी लाने के लिए सराहना की।
उन्होंने कहा कि अदाणी ग्रुप आंध्र प्रदेश को सिर्फ एक निवेश स्थल के रूप में नहीं, बल्कि भारत के ट्रांसफॉरमेशन के लॉन्चपैड के रूप में देखता है। वाइजैग टेक पार्क भारत की डिजिटल संप्रभुता को मजबूत करने वाली आधारशिला होगा।
उधर, दिन की शुरुआत में अदाणी ग्रुप ने यह भी बताया कि उसे असम सरकार से 63,000 करोड़ रुपए के दो बड़े प्रोजेक्ट्स के लिए Letters of Award (LoA) प्राप्त हुए हैं।
इनमें शामिल हैं:
अदाणी पावर द्वारा असम में 3,200 मेगावाट की क्षमता वाले ग्रीनफील्ड अल्ट्रा सुपरक्रिटिकल पावर प्लांट के लिए 48,000 करोड़ रुपए का निवेश।
अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL) द्वारा 2,700 मेगावाट क्षमता वाले दो पंप स्टोरेज प्लांट (PSP) के निर्माण हेतु 15,000 करोड़ रुपए का निवेश।
इन निवेशों से न केवल पूर्वोत्तर क्षेत्र में ऊर्जा अवसंरचना को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि भारत की ग्रीन एनर्जी क्षमता भी मजबूत होगी।
