नई दिल्ली, 17 जून – अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जेक सुलिवन एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ दिल्ली की यात्रा पर हैं। इस प्रतिनिधिमंडल में अमेरिका के वरिष्ठ सरकारी अधिकारी और उद्योग जगत के दिग्गज शामिल हैं। यह यात्रा मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के दौरान अमेरिकी बाइडन प्रशासन के किसी वरिष्ठ अधिकारी की पहली भारत यात्रा है।
डोभाल-सुलिवन वार्ता: प्रमुख मुद्दों पर चर्चा
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने अपने अमेरिकी समकक्ष जेक सुलिवन के साथ विस्तृत चर्चा की। मुख्य रूप से महत्वाकांक्षी ‘महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों पर भारत-अमेरिका पहल’ (आईसीईटी) के क्रियान्वयन, द्विपक्षीय रक्षा संबंधों और क्षेत्रीय सुरक्षा स्थिति पर ध्यान केंद्रित किया गया।
भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा (आईएमईसी)
प्रस्तावित भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे (आईएमईसी) पर भी विचार-विमर्श किया गया। पश्चिम एशिया में मौजूदा स्थिति के कारण इसकी शुरुआत में देरी हो रही है।
प्रमुख अधिकारियों से मुलाकात
सुलिवन ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की और उनके प्रधानमंत्री मोदी से भी मिलने की उम्मीद है। जयशंकर ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “आज सुबह नयी दिल्ली में अमेरिकी एनएसए जेक सुलिवन का स्वागत करते हुए प्रसन्नता हो रही है। द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों की एक विस्तृत श्रृंखला पर व्यापक चर्चा हुई। मुझे विश्वास है कि भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी हमारे नए कार्यकाल में मजबूती से आगे बढ़ेगी।”
आईसीईटी के तहत नई साझेदारियां
आईसीईटी की शुरुआत मई 2022 में तोक्यो में क्वाड सम्मेलन के दौरान हुई थी। इसके तहत सेमीकंडक्टर, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, क्वांटम कम्प्यूटिंग, रक्षा नवाचार, अंतरिक्ष और आधुनिक दूरसंचार समेत नयी एवं उभरती प्रौद्योगिकियों के विविध पहलुओं पर साझेदारी के क्षेत्रों को चिह्नित किया गया है। दोनों पक्षों ने आईसीईटी के अंतर्गत जैव प्रौद्योगिकी, महत्वपूर्ण खनिज, दुर्लभ मृदा प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी, डिजिटल कनेक्टिविटी, डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना और उन्नत सामग्री को भी शामिल किया है।
आईसीईटी की समीक्षा और नई प्राथमिकताएं
डोभाल-सुलिवन वार्ता से परिचित लोगों ने बताया कि इस यात्रा से दोनों एनएसए को प्रगति की समीक्षा करने और आईसीईटी के लिए नयी प्राथमिकताएं निर्धारित करने का अवसर मिला है।
अंतर-विभागीय प्रतिनिधिमंडल की बैठक
दोनों एनएसए अंतर-विभागीय प्रतिनिधिमंडल के साथ आईसीईटी की पहली वार्षिक समीक्षा की अध्यक्षता भी करने वाले थे।
उद्योग सीईओ के साथ गोलमेज बैठक
मंगलवार को, दोनों एनएसए भारतीय उद्योग परिसंघ द्वारा आयोजित उद्योग सीईओ के साथ भारत-अमेरिका आईसीईटी गोलमेज में प्रतिभागियों को संबोधित करेंगे।
पश्चिम एशिया की स्थिति और रक्षा सहयोग
सुलिवन की यात्रा इस साल दो बार रद्द की गई थी क्योंकि अमेरिकी प्रशासन का ध्यान इजरायल-हमास संघर्ष से उत्पन्न पश्चिम एशिया की स्थिति पर था। वार्ता में, दोनों पक्षों ने चल रहे रक्षा सहयोग की समीक्षा की, जिसमें जीई एयरोस्पेस और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स (एचएएल) के बीच भारतीय वायुसेना के लिए उन्नत एफ414 जेट इंजन का उत्पादन करने की महत्वाकांक्षी योजना भी शामिल है।
सुलिवन की यात्रा के साथ, भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक साझेदारी को नई दिशा मिलने की उम्मीद है, जिसमें प्रौद्योगिकी और रक्षा के महत्वपूर्ण क्षेत्र शामिल हैं।