भागदौड़ भरी जिंदगी और असंतुलित खानपान के बीच छोटी-छोटी बीमारियां अक्सर बड़ी परेशानी का रूप ले लेती हैं. उन्हीं में से एक है मुंह के छाले. दिखने में ये भले ही मामूली लगते हों, लेकिन इनके दर्द और जलन की वजह से खाना-पीना तक मुश्किल हो जाता है.
छालों का सबसे बड़ा कारण है कब्ज, मसालेदार भोजन, पेट में गर्मी, नींद की कमी, तनाव और शरीर में विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स की कमी. अक्सर लोग बाज़ार में मिलने वाली दवाइयों या माउथवॉश से राहत पाने की कोशिश करते हैं, लेकिन ये केवल अस्थायी इलाज होता है. स्थायी राहत पाने के लिए घरेलू नुस्खे सबसे असरदार माने जाते हैं.
आधा गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच शहद और चुटकीभर हल्दी डालें. इस पानी से दिन में 2–3 बार कुल्ला करें. हल्दी के एंटीबैक्टीरियल गुण और शहद की हीलिंग प्रॉपर्टी छालों को जल्दी भर देती है.
नारियल शरीर को प्राकृतिक ठंडक देता है. रोजाना नारियल पानी पीने से पेट की गर्मी कम होती है और छाले जल्दी ठीक होते हैं. वहीं, नारियल तेल को मुंह में डालकर 2–3 मिनट तक घुमाने से भी सूजन और जलन कम हो जाती है.
सुबह खाली पेट 4–5 तुलसी की पत्तियां चबाएं और ऊपर से गुनगुना पानी पी लें. चाहें तो गिलोय का रस भी ले सकते हैं. तुलसी एंटीसेप्टिक है और गिलोय रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है.
मसालेदार और तैलीय भोजन से परहेज करें. दही, केला, तरबूज, खीरा और हरी पत्तेदार सब्जियां ज़्यादा खाएं. अंकुरित अनाज, मूंगफली, चना और हरी सब्जियों से विटामिन और आयरन की कमी पूरी करें. रोजाना पर्याप्त पानी पिएं और सुबह खाली पेट गुनगुना पानी जरूर लें.
डॉक्टर अनिल पटेल का कहना है कि छालों का कारण सिर्फ भोजन ही नहीं बल्कि मानसिक स्वास्थ्य भी है. तनाव, चिंता और नींद की कमी से रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है. रोजाना कम से कम 7–8 घंटे की नींद लें. योग और ध्यान मानसिक शांति बनाए रखने में मददगार हैं.
अगर छाले बार-बार हों या लंबे समय तक बने रहें, तो यह शरीर में गंभीर कमी या किसी बीमारी का संकेत हो सकता है. ऐसे में तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना ज़रूरी है.