असम में बाढ़ की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) की दैनिक बाढ़ रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार को बाढ़ के कारण राज्य में सात और लोगों की मौत हो गई, जिससे इस साल बाढ़, भूस्खलन और तूफान से जान गंवाने वालों की संख्या 30 हो गई है।
जान-माल का नुकसान
सोनाई में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि कछार जिले के सिलचर मंडल में एक व्यक्ति की जान चली गई। इसके अलावा, नागांव जिले और कामरूप मेट्रोपॉलिटन में भी एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। इस त्रासदी के कारण नौ जिलों में 4.23 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
प्रभावित जिले
- नागांव: सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र है, जहां 2.13 लाख से अधिक लोग बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।
- कछार: यहां 1.19 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
- होजई: इस जिले में 60,500 लोग बाढ़ की चपेट में हैं।
- अन्य जिले: कछार, धेमाजी, दिमा हसाओ, हैलाकांडी, पश्चिम कार्बी आंगलोंग, करीमगंज, मोरीगांव और नागांव में भी बाढ़ का व्यापक असर देखा जा रहा है।
राहत और बचाव कार्य
प्रशासन ने छह जिलों में 167 राहत शिविर स्थापित किए हैं, जहां 32,872 लोगों ने शरण ली है। इसके अलावा, चार जिलों में 73 राहत वितरण केंद्र भी चलाए जा रहे हैं। सोमवार तक बाढ़ के कारण 10 जिलों में 6.25 लाख से अधिक लोग प्रभावित थे।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
ASDMA ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी रखे हैं। प्रशासन लगातार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और उन्हें आवश्यक सहायता प्रदान करने में जुटा हुआ है।
बाढ़ से प्रभावित लोगों के लिए प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं और राहत सामग्री का वितरण भी जारी है। प्रशासन ने जनता से अपील की है कि वे सावधानी बरतें और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से दूर रहें।