अखिलेश से रिश्ते नहीं टूटते: आज़म खान बोले

समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आज़म खान हाल ही में जेल से बेल पर बाहर आए। उनके रिहा होने के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव उनके आवास पर उनसे मिलने पहुंचे। इस मुलाकात को लेकर कई राजनीतिक चर्चाएं उठीं। हालांकि, आज़म खान ने स्पष्ट कर दिया है कि उनका और अखिलेश यादव के परिवार का रिश्ता बहुत पुराना है और ऐसे रिश्ते कभी खत्म नहीं होते।

आईएएनएस के साथ बातचीत में जब आज़म खान से पूछा गया कि क्या उन्हें उम्मीद थी कि अखिलेश यादव उनसे मिलने आएंगे, तो उन्होंने कहा कि अखिलेश पहले भी जेल में उनसे मिलने आते रहे हैं। उन्होंने बताया—

“जब मैं तीन साल जेल में था, तब भी अखिलेश आए थे, और अभी भी आए। किसी के आने या न आने से रिश्ते बनते या बिगड़ते नहीं हैं। हमारे बीच वैचारिक और ऐतिहासिक लगाव है। यह रिश्ता 45 साल पुराना है।”

आज़म खान ने कहा कि उनके और अखिलेश के बीच मतभेद की खबरें मीडिया द्वारा बनाई गई थीं। उन्होंने कहा—

“रिश्ते छोड़ने में मैं यकीन नहीं करता। गलती अगर होगी तो दूसरों की होगी, मेरी नहीं। शिकवा, शिकायत, गलतफहमी कल भी थी, आज भी है, कल भी होगी, लेकिन रिश्ता नहीं टूटता।”

उन्होंने यह भी याद दिलाया कि एक समय वह पार्टी से जरूर अलग हुए थे, लेकिन वह स्थिति भी लंबे समय तक नहीं रही।

मुलायम सिंह के संदर्भ में टिप्पणी

इस बात पर कि अगर मुलायम सिंह यादव होते, तब भी क्या उन्हें जेल में रहना पड़ता, आज़म खान ने कहा—

“जब मैं पिछली बार जेल में था, तब नेताजी जिंदा थे। लेकिन आज का राजनीतिक माहौल अलग है। पुलिस कानून का सहारा लेकर झूठे मुकदमे करती है। ऐसे समय में आंदोलन से फायदा नहीं बल्कि नुकसान होता। हमें अदालतों में लड़ाई लड़नी है।”

उन्होंने कहा कि उन्हें पता था कि कई बार उनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी है और उन्होंने लड़ाई को सड़क से कोर्ट की तरफ मोड़ने का फैसला लिया था।