मुंबई, 30 अक्टूबर महाराष्ट्र सरकार द्वारा ‘लाडकी बहिन योजना’ पर काम करने वाले कर्मचारियों की सुरक्षा बढ़ाने का आश्वासन दिए जाने के बाद बैंक कर्मचारियों ने बुधवार को 16 नवंबर को हड़ताल पर जाने के अपने आह्वान को वापस ले लिया है।
विधानसभा चुनावों से पहले शुरू की गई महत्वाकांक्षी योजना के कार्यान्वयन में चुनौतियों के कारण बैंक कर्मचारियों ने हड़ताल पर जाने की धमकी दी थी।
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) ने बयान में कहा, “महाराष्ट्र सरकार जिला कलेक्टरों और पुलिस आयुक्तों को बैंक कर्मचारियों की सुरक्षा को, खासकर लाडकी बहिन योजना के क्रियान्वयन के संबंध में प्राथमिकता देने का निर्देश देगी।”
इस योजना का उद्देश्य प्रत्येक पात्र महिला को 1,500 रुपये का नकद हस्तांतरण प्रदान करना है, और इस योजना में नामांकन के लिए बैंक शाखाओं में भारी भीड़ है।
वित्तीय राजधानी में 25 अक्टूबर को हड़ताल के आह्वान के बाद बैंक यूनियनों ने मंगलवार को महिला एवं बाल कल्याण विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की।
यूएफबीयू के बयान में कहा गया है कि बैठक में बैंकों को शुरुआती तीन महीने की अवधि के लिए अस्थायी सुरक्षाबलों को नियुक्त करके सुरक्षा बढ़ाने की सलाह देने का भी निर्णय लिया गया।
इसमें कहा गया है कि शाखाओं में भीड़भाड़ कम करने के लिए बैंकों को आधार लिंकिंग, केवाईसी (अपने ग्राहक को जानों) उद्देश्यों और खाता खोलने के लिए बैंकिंग प्रतिनिधियों का उपयोग करने की सलाह दी जाएगी।
इसमें कहा गया है कि इन उपायों के कार्यान्वयन का आकलन करने के लिए दिवाली के बाद एक संयुक्त समीक्षा बैठक आयोजित की जाएगी।