महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा बदलाव: फडणवीस की वापसी की तैयारी, शिंदे और अजित पवार को मिल सकता है डिप्टी सीएम पद

मुंबई:- महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा फेरबदल होने के संकेत मिल रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री पद पर वापस लाने का फैसला किया है। इस निर्णय को एनसीपी (अजित पवार गुट) ने स्वीकार कर लिया है। फडणवीस पहले 2014 से 2019 और फिर 2019 में कुछ दिनों के लिए मुख्यमंत्री रह चुके हैं।सूत्रों का कहना है कि यह निर्णय जल्द ही शिवसेना (शिंदे गुट) को भी बताया जाएगा, जो मौजूदा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पद पर बनाए रखने की कोशिश कर रही है।

भाजपा का बहुमत का गणित मजबूत

भाजपा के अंदरूनी सूत्रों को उम्मीद है कि शिंदे इस फैसले पर सहमत हो जाएंगे। पार्टी ने हाल ही में हुए चुनावों में 132 सीटें जीती हैं और अजित पवार के 41 विधायकों के समर्थन के साथ 145 के बहुमत के आंकड़े को आसानी से पार कर सकती है। इसके अलावा, अन्य दलों के “मूक” समर्थकों का भी भाजपा को समर्थन मिल सकता है।

शिंदे और अजित पवार को डिप्टी सीएम पद की पेशकश

सूत्रों के मुताबिक, भाजपा ने शिवसेना (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजित पवार गुट) को उपमुख्यमंत्री पद देने का प्रस्ताव रखा है। हालांकि, विभागों के बंटवारे और अन्य प्रमुख मुद्दों पर अभी बातचीत जारी है।

फडणवीस का नेतृत्व लगभग तय

शिवसेना और एनसीपी ने क्रमशः एकनाथ शिंदे और अजित पवार को अपने विधायक दल के नेता चुना है। वहीं, भाजपा ने अभी तक अपनी आधिकारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन देवेंद्र फडणवीस का पार्टी का नेता बनना लगभग तय माना जा रहा है। शनिवार को भाजपा ने उनके नेतृत्व में बनाई गई रणनीति के दम पर शानदार चुनावी प्रदर्शन किया, जिससे उनकी भूमिका और अधिक मजबूत हो गई है।

बिहार मॉडल की चर्चा

शिवसेना प्रवक्ता नरेश म्हास्के ने बिहार मॉडल का हवाला देते हुए शिंदे को मुख्यमंत्री बनाए रखने की वकालत की है। वहीं, भाजपा एमएलसी प्रवीण डेरेकर ने फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाने का समर्थन करते हुए उनकी नेतृत्व क्षमता पर जोर दिया है।महाराष्ट्र में इस राजनीतिक घटनाक्रम पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं। आगामी दिनों में सत्ता समीकरणों में और बदलाव हो सकते हैं।

Share This:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *