लखनऊ, 28 सितंबर – भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर इंटरनेट मीडिया के माध्यम से समाज में नफरत और वैमनस्यता फैलाने का गंभीर आरोप लगाया है। चौधरी ने कहा कि समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव सुर्खियों में बने रहने के लिए भ्रम फैलाकर समाज में नफरत फैला रहे हैं। उन्होंने अखिलेश को नसीहत देते हुए कहा कि इंटरनेट मीडिया पर कोई भी अनर्गल पोस्ट करने से पहले उन्हें सही तथ्यों की जांच कर लेनी चाहिए।
क्या बोले भूपेन्द्र सिंह चौधरी?
चौधरी के अनुसार, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने चार साल पहले प्रकाशित एक समाचार को अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर साझा करते हुए उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग (यूपीपीएससी) की आरक्षण व्यवस्था पर सवाल खड़ा किया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि 9 जनवरी 2020 को हाईकोर्ट के निर्देशानुसार उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग ने फैसला लिया था कि पीसीएस और अन्य परीक्षाओं में अनारक्षित वर्ग में आरक्षित वर्ग की ओवरलैपिंग नहीं होगी। यह व्यवस्था संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा आयोजित आईएएस, आईपीएस जैसी परीक्षाओं में भी लागू है।चौधरी ने अखिलेश पर आरोप लगाते हुए कहा कि 19 फरवरी 2020 को छपी खबर को अब इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट करना एक गैर जिम्मेदाराना कदम है।
उन्होंने कहा, “अखिलेश यादव एक राजनीतिक दल के मुखिया और सांसद हैं, ऐसी गैर जिम्मेदाराना हरकत उन्हें शोभा नहीं देती। भाजपा समाज में किसी भी तरह की नफरत और असमरसता फैलाने के प्रयासों का कड़ा विरोध करती है।
“समाज में नफरत फैलाने का प्रयास
चौधरी ने कहा कि भाजपा सामाजिक समरसता को चोट पहुंचाने वाले किसी भी कदम का विरोध करेगी और अखिलेश यादव को अपने बयान और इंटरनेट मीडिया पर की गई पोस्टिंग के बारे में सोच-समझकर कार्य करना चाहिए।