सीबीआई ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की शिकायत पर रिलायंस एडीए ग्रुप की कंपनी रिलायंस होम फाइनेंस लिमिटेड के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया।
कंपनी, उसके प्रमोटर्स और अज्ञात बैंक अधिकारियों पर आपराधिक साजिश और गलत तरीके से बैंक को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगा है।
यूनियन बैंक के अनुसार कंपनी ने बैंक को करीब 228 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया और उसका खाता 2019 में NPA तथा 2024 में फ्रॉड घोषित हुआ।
रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी ने यूनियन बैंक समेत 18 बैंकों और वित्तीय संस्थानों से कुल 5572 करोड़ रुपये का लोन लिया था, सीबीआई ने इस लेनदेन में धोखाधड़ी की आशंका को देखते हुए विस्तृत जांच शुरू कर दी है।
मुंबई की विशेष अदालत से सर्च वारंट मिलने के बाद सीबीआई ने 9 दिसंबर 2025 को कई परिसरों में तलाशी शुरू की, छापे रिलायंस होम फाइनेंस के दो ऑफिसों, पूर्व सीईओ रवींद्र सुधालकर के घर और अनिल अंबानी के बेटे जय अनमोल अंबानी के आवास पर मारे गए।
तलाशी के दौरान कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए जिन्हें सीबीआई ने कब्जे में ले लिया है, सीबीआई का कहना है कि तलाशी जारी है और पूरे मामले की गहन जांच की जाएगी।
